अवैध नर्सिंग होम में ऑपरेशन से प्रसूता की मौत: परिजनो ने सड़क पर शव रखकर लगाया जाम, पुलिस पर भी लाठीचार्ज का आरोप
उरूवा प्रभारी चिकित्साधिकारी ने सील किया नर्सिंग होम
गोरखपुर (उत्तरप्रदेश/ शशि जायसवाल) उरुवा बाजार में अवैध नर्सिंग होम में आपरेशन से प्रसूता की मौत हो गई। नर्सिंग होम के संचालक और स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर स्वजन ने सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। आरोप है की पुलिस ने संचालक पर कार्रवाई ना कर स्वजन पर लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया। देर शाम पुलिस ने नर्सिंग होम के संचालक और वहां काम करने वाली 4 महिलाओं को हिरासत में ले लिया। उरुवा स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जेपी तिवारी ने नर्सिंग होम को सील कर दिया है। पहले से भर्ती 2 महिलाओं को स्वास्थ्य विभाग ने एंबुलेंस से जिला महिला अस्पताल भेजा। सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी चचाई राम के जितेंद्र गौड़ की पत्नी पूजा को शुक्रवार को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। जितेंद्र गौड़ बाहर नौकरी करता है। आरोप है कि एक आशा कार्यकर्ता के कहने पर स्वजन पूजा को लेकर गोला रोड स्थित केवी मेमोरियल हॉस्पिटल पहुंचे। रात 9:00 बजे पूजा को नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। वहां स्वजन से 2000 रुपए पंजीकरण और ₹2000 जांच के नाम पर जमा कराए गए। थोड़ी देर बाद अस्पताल में पहुंचे डॉक्टर ने पूजा की स्थिति खराब बताते हुए तत्काल ऑपरेशन कराने के लिए कहा। स्वजन ने खर्च पूछा तो ₹50000 जमा कराने को कहा गया।
स्वजन का कहना है की रात में ही कुछ लोगों से उधार लेकर नर्सिंग होम में ₹50000 जमा कराए गए। रात में ऑपरेशन से बच्ची का जन्म हुआ। स्वजन का कहना है कि शनिवार की सुबह 4:00 पूजा को रक्तरत्राव शुरू हो गया। स्वजन ने स्टाफ को जानकारी दी तो फिर उपचार शुरू हुआ, लेकिन सुबह 8:00 बजे तक पूजा के शरीर में हरकत बंद हो गई। इसके बाद आनन फानन में नर्सिंग होम के स्टाफ ने एक जी बुलवाएं और पूजा को जिला अस्पताल ले जाने को कहा। गोरखपुर में जीप चालक ने किसी अस्पताल में पूजा को दिखाया तो डॉक्टर ने उसे मृत्यु बताया इसके बाद स्वजन शव लेकर दोपहर लगभग 2:00 बजे वापस नर्सिंग होम पहुंचे। यहां गांव के भी कई लोग पहुंच गए थे। स्वजन ने संचालक और अन्य लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया । सूचना पर उरुवा पुलिस पहुंची। आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की तो तकरीबन 5:00 बजे स्वजन ने शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर सभी को खदेड़ दिया और शव को कब्जे में ले लिया। पूजा की सास किस्मती देवी ने संचालक और स्टाफ के खिलाफ उरुवा बाजार पुलिस को तहरीर दी है। उरूवा के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार निषाद ने कहा की संचालक के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर ली गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। लाठीचार्ज का आरोप गलत है।
डॉ आशुतोष कुमार दुबे (सीएमओ) का कहना है कि- ग्राम प्रधान संघ के अध्यक्ष स्वामीनाथ यादव, पूर्व प्रधान रमेश गौड़, मीरा, अशोक कुमार आदि ने अवैध नर्सिंग होम संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। कहां की नर्सिंग होम में गलत उपचार के कारण कई लोगों का रोग बढ़ गया कुछ की मौत भी हो चुकी है। हॉस्पिटल का पंजीकरण नहीं है। बिना पंजीकरण हॉस्पिटल संचालित करना गलत है। पिछले दिनों जांच अभियान के दौरान वह बंद मिला था। ऐसे अस्पतालों को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है। पशुता को नर्सिंग होम ले जाने वाली आशा कार्यकर्ता के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
7 फरवरी को उरूवा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी और गोला के नायब तहसीलदार केवी मेमोरियल हॉस्पिटल पर कार्रवाई करने के लिए पहुंचे थे। उनके पहुंचने के पहले ही संचालक नर्सिंग होम पर ताला बंद कर फरार हो गया था। इसके बाद बीना पंजीकरण नर्सिंग होम ना संचालित करने का नोटिस चस्पा किया गया।