खनिज विभाग ने खनन सामग्री पर टैक्स वसूली के लगाऐ नाके: खनन माफियॉ पाबदी के बाद चोरी करने सफल
पहाड़ी (भरतपुर,राजस्थान/ भगवानदास) रॉयल्टी ठेका अवधि सामप्ती के बाद एक अप्रेल से खनिज विभाग ने जगह-जगह नाके लगाकर रायल्टी की बसूली शुरू कर दी गई है। वनक्षेत्रिय पहाडी इलाको से चोरी के पत्थर की निकासी का खेल मे खनन माफिया सक्रिय हो गया है। जो मिली भगत से पत्थर निकासी करने मे मशगूल है।
खनिज विभाग के एमई रामनिवास मंगल ने बताया हैकी रॉयल्टी ठेका समाप्त होने के बाद खनिज विभाग की ओर से पांच छ: नाके लगाऐ गए है।स्टाफ के अभाव के कारण जिनमे से मुख्य पहाडी मे गौरक्ष आश्रम के सामने, घाटमीका चौराहा, कटी घाटी, सुजात के खोडा छपरा में नाके लगाकर कर्मी तेनात किए गए है। शेष क्षेत्र मे नजर रखने के लिए मोबाइल टीम में दो फोरमेन चार गार्ड को लगाया गया है जो सघन दौरा कर खनन सामग्री के वाहनो की चेकिग कर निकासी कराते है।
गौरतलब है कि खनिज विभाग ने अवैध खनन क्षेत्र मे छापेमार कार्रवाही व बिना टेक्स चुकाऐ निकलने वाले डम्फरो से लाखो रूपये की बसूली भी की है उसके बाद वन विभाग व खनिज विभाग के नाके को धता बताकर चोरी से खनन सामग्री का परिवहन रूकने का नाम नही ले रहा है। मंगलवार को वन विभाग के कर्मीयो ने पत्थर से भरे ट्रेक्टर ट्राली को पकड कर थाने में खडा कर दिया गया था। जिसे बाद मे छोड दिया गया। सवाल यह है की यदि पत्थर चोरी का नही है तो उसे थाने मे क्यो लाया गया।
पवन कुमार यादव (रेन्जर वन विभाग कामां) का कहना है कि- जो पत्थरो का ट्रेक्टर ट्राली पहाडी थाने मे खडी की थी वह पत्थर फोरेस्ट विभाग का नही होने के कारण तेनात कर्मचारियो ने छोड दिया है। -