मुस्लिम धर्मावलंबी सफर-ए-उमरा के लिए रवाना
तखतगढ (पाली, राजस्थान/ बरकत खान) तखतगढ कस्बे से तीन मुस्लिम धर्मावलंबी शनिवार को पवित्र सफर-ए-उमरा के लिए रवाना हुए। उनका मुस्लिमों के साथ-साथ हिन्दुओं ने भी जगह-जगह माल्यार्पण कर स्वागत करते हुए काबा शरीफ में वतन और दोस्तों, रिश्तेदारों के लिए दुआ की दरख्वास्त की। तखतगढ़ चौराहे स्थित मिसरू खा पुत्र गनीखा , मेहरून निशा पति मिसरू खा , गनीखा, मेहरून निशा , मिसरू खा , मेहर बानु - शफीखा सुमेरपुर निवासी रोशन बानू - मुख्तियार खा बोम्बे से मक्का के लिए रवाना।
इस मौके पर परिवार वालों ने गुलपोशी कर इनका इस्तेमाल किया और उमरा के सफर की मुबारक बात दिया । इस मौके पर मेड़तिया सिलावट समाज के सेक्रेटरी रफिक मोहम्मद, दिलावर खान , फ़कीर मोहम्मद, सिकेन्दर खा ,हारून खा , नाथू खा, निसार खा , लियाकत अली, फिरोज खा, मोहसिन खा, आमिर खा, अरबाज खान, खालिद खा, फैजान खा , मोहम्मद अरमान, फरहान खा , आफताब खा, मिरशब खा, शहजाद खा, अन्य गण मौजूद रहे। इनका फूलमाला पहना कर स्वागत किया। हज वर्ष में केवल एक बार होता है, लेकिन उमरा के लिए पूरे वर्ष कभी भी जाया जा सकता है। हज में जहां 45 दिन तक लग जाते हैं, वहीं उमरा कर जायरीन 14 दिन में लौट सकते हैं। कस्बे से सफर-ए-उमरा को जाने वाले जायरीन पहले इसके बाद बोम्बे एयरपोर्ट से जेद्दाह की फ्लाइट से उड़ान भरेंगे।