श्रीराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने रैणागिरी धाम के शीतलदास आश्रम को गोवर्धन में की जमीन भेंट
खैरथल (अलवर, राजस्थान/ हीरालाल भूरानी) खैरथल के समीप स्थित प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र में चल रहे पंचदिवसीय भगवान परशुराम जन्मोत्सव के अंतिम दिन गाजियाबाद से आएं उद्योगपति कैलाश नाथ सिंघल ने आश्रम में चल रहे जीवजंतु तथा मानव कल्याण सेवा से प्रभावित होकर गोवर्धन धाम में आश्रम के लिए तीन हजार वर्ग गज जमीन भेंट की। हवन यज्ञ में पर्णाहूती के साथ जमीन दान करने का संकल्प लेकर सिंघल ने बताया कि वो सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कार्य करते रहते हैं तथा अपनी आय कुछ अंश दान दक्षिणा तथा संस्कृति की रक्षा के लिए निकालते हैं। इधर गद्दीनशीनं बालकाचार्य जी बेनामी ने सभी श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए अपने प्रवचनों में कहा कि इस जमीन का उपयोग मानव कल्याण तथा जीवजंतु सेवा के लिए होगा। सर्वप्रथम इस जमीन पर श्री खाटू श्याम जी मंदिर का निर्माण किया जाएगा तथा बाहर से आने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रहने ठहरने की सुविधा की जाएगी। वृन्दावन के गुंडिचा मंदिर के पीठाधिश्वर मंहत गोपाल दास ने अपने शिष्यों द्वारा ऐसे पुनित कार्य करने को ईश्वर की कृपा बताते हुए कहा कि धर्म की जड़ें सदैव हरी रहती है।
पंचदिवसीय कार्यक्रम के दौरान अनेक सांस्कृतिक तथा सामाजिक सेवा के कार्य किए गए जिसमें प्रमुख तौर पर गौ चिकित्सालय का भूमी पूजन, मानव कल्याण हेतु नेत्र रोग शिविर, दंत रोग शिविर, स्त्री रोग शिविर आदि भी लगाए गए। इसके साथ गरीब कल्याण योजनाएं तथा कन्या शिक्षा के लिए भी सेवा कार्य किए गए। इसके साथ पांचो दिन अटूट लंगर भंडारे तथा फलाहार की बेहतरीन व्यवस्था रही। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर पांचों दिन वृंदावन से आए कलाकारों को बेहतरीन रासलीला नाटक के मंचन करने पर जगतगुरु बालकाचार्य जी द्वारा सम्मानित भी किया। पंच दिवसीय महोत्सव के पांचों दिन उत्तर प्रदेश,राजस्थान, महाराष्ट्र तथा आसपास के क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। राजस्थान के अनेक विधायक, मंत्री तथा पूर्व मंत्री भी मंदिर में दर्शन करने आए तथा मन्नते मांगी। अंत में सभी साधु संन्यासियों तथा महात्माओं के साथ जगतगुरु बालकाचार्य जी ने श्रद्धालु भक्तों को आशीर्वाद देते हुए मानव कल्याण की सेवा करने के लिए आगे आने का आह्वान किया और मेले का समापन घोषित किया।