नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने करुणा के वैश्वीकरण पर रखी अपनी बात:ग्लोबल बाकू फोरम का 10वां संस्करण का आयोजन
रितीक शर्मा गोलाकाबास (अलवर)
गोलाकाबास/किशोरी- निजामी गंजवी इंटरनेशनल सेंटर का प्रमुख कार्यक्रम, ग्लोबल बाकू फोरम का 10वां संस्करण बाकू, अजरबैजान में "वर्ल्ड ऑफ टुडे: चैलेंज एंड होप्स" के शीर्षक के साथ आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम में वैश्विक सुरक्षा के लिए नए/पुराने खतरों, वैश्विक शांति के लिए हम कैसे सुधार कर सकते हैं, दुनिया में उभर रही चुनौतियों पर कैसे काम किया जाये , एशिया के देश, यूरोप का भविष्य, अफ्रीका का भविष्य, वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए चीन की भूमिका जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई इसके अलावा प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दे जिनमें शामिल हैं: सभी के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा का भविष्य; विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं और भविष्य के शहरों, स्थिरता और वैश्विक अर्थव्यवस्था को कैसे बदलना है विषयो पर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई | इस कार्यक्रम में दुनिया भर से 400 से अधिक देशों के लोगो ने भाग लिया जिनमे 100 से अधिक देशो के वर्तमान एवं पूर्व राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री, नोबेल पुरस्कार विजेता, संयुक्त राष्ट्र संघ के पदाधिकारी, एवं बहुत सारे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया |
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से दुनिया भर से चुन कर 20 युवाओं नेताओ को आमंत्रित किया गया जिसमें बाल आश्रम ट्रस्ट द्वारा संचालित बाल मित्र ग्राम की ललिता दुहारिया जो वर्तमान में राष्ट्रीय बाल महा पंचायत की अध्यक्ष है एवं बाल आश्रम ट्रस्ट के ही किंसु कुमार ने सभी के बीच बच्चों की शिक्षा के विषय पर अपनी बात सभी के सामने रखी | दोनों ने इस बात पर जोर दिया की किस तरह शिक्षा समाज में बदलाव ला सकती हैं |
कार्यक्रम में भारत के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने करुणा के वैश्वीकरण पर अपनी बात रखी साथ ही सभी को बताया की कैसे करुणा के माध्यम से पुरे विश्व को खुशहाल और खास कर के बच्चों के लिए बेहतर बनाया जा सकता हैं | बाल आश्रम ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी अस्मिता सत्यार्थी भी शामिल रही और सभी प्रतिभागियों से मिल कर एक करुणामय विश्व बनाने पर चर्चा की |