झोंपड़ी मे रह रहा वृद्ध दंपति: पीएम आवास योजना में भी आशियाना बनाने का नहीं मिल रहा लाभ, भटक रहा दरदर
मुंडावर (अलवर,राजस्थान/ चरणसिंह चौधरी) सरकार, और स्थानीय जन प्रतिनिधि बार-बार यह दावा करते है कि उनके क्षेत्र में हर पात्र व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ लगातार मिलता रहे इतना ही नहीं उन्हें बार-बार उम्मीद दिखाते हैं लेकिन क्या सच में ऐसे गरीब पात्र लोगों को स्थानीय जनप्रतिनिधि और नेता सुविधाओं का लाभ दिखाने में सक्षम है
हम एक ऐसी ही सरकारी योजना की बात कर रहे हैं जिसका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना है जिसके तहत एक वृद्ध गरीब दंपत्ति को सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है जिसके लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं है
हम बात कर रहे है अलवर जिले के मुंडावर क्षेत्र के गांव संतोकड़ा नांगल ग्राम पंचायत रसगण निवासी रामजीलाल मेघवाल उम्र 76 साल काफी वृद्ध एवं थके होने के कारण आंखों से कुछ देख नहीं पा रहे। लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना में अपनी झोपड़ी की जगह एक पक्का कमरा ही बन जाए की उम्मीद पर अपनी 72 वर्षीय पत्नी चमेली जो भी काफी वृद्ध एवं बिल्कुल थकी हुई, की बैसाखी के सहारे कभी ग्राम पंचायत कार्यालय रसगण तो कभी पंचायत समिति कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर है। रविवार को पंचायत समिति पहुंचे दंपति पर एसीजेएम की अचानक नजर चली गई । दंपति की दयनीय अवस्था देख एसीजेएम ने उनकी करुण कथा को प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम को अवगत कराने का भरोसा दिया। दंपति ने बताया कि पिछले दिनों प्रशासन आपके द्वार शिविर के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री आवासीय योजना में पक्के मकान के लिए फॉर्म भरे थे लेकिन आज तक उन्हें आशियाना नसीब नहीं हो रहा है।
स्कीम का लाभ सक्षम परिवार ले रहे हैं- केंद्र ने गरीबों को छत मुहैया कराने के लिए भले ही प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू कर रखी है। लेकिन जिले भर में इस योजना का गरीब लोगों को पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। सूत्र बताते हैं कि इस आवासीय योजना का लाभ सक्षम परिवार ही उठा रहे हैं।
छीन रहा है बुढ़ापे का सहारा- अमूमन देखा जा रहा है कि सरकारी स्कीम में आवासीय योजना हो या पेंशन उसकी उम्र एवं लाचारी को दरकिनार कर सरकारी स्कीमों से वंचित किया जा रहा है। काफी उदाहरण है कि वृद्ध माता पिता से अलग रहकर बच्चा कहीं नौकरी कर रहा है तो स्कीम का पात्र से वंचित रखा जाता है। फिर चाहे वृद्ध दंपति का उससे कोई लेना-देना नहीं हो। कुछ अधिकारियों की यह भी सोच होती है कि स्कीम का लाभ उनका बच्चा नहीं उठा जाए। यही सोच रामजीलाल को प्रधानमंत्री आवासीय योजना से वंचित किए हुए हैं। वृद्ध रामजीलाल दंपति के दो संताने है लेकिन दोनों रामजीलाल से अलग रहकर मजदूरी कर अपना पेट पाल रहे हैं। मामले की रसगण ग्राम विकास अधिकारी ने फार्म आने की पुष्टि करते हुए कहा कि दंपति को पक्का मकान एवं दो दो बेटे है जो स्कीम के लाभार्थी का मापदंड नहीं रखता।