7 लाख 51 हजार दीप एक साथ प्रज्वलित हुए तो जगमगा उठा घोड़ास का गोविंद सरोवर
ठाकुरजी शाही बेवाण में सवार हो भक्तो के भजन कीर्तन व गाजेबाजे के साथ गोविंद सरोवर की पहुँच कर की परिक्रमा,सांय 6 बजे दीपदान के साथ गोविन्द सरोवर व तट पर सजी छप्पन भोग की झांकी के साथ ही ठाकुर जी महाराज की महाआरती की गई ।
बालिकाओ एवं महिलाओ ने गोविंद सरोवर में टाटियां प्रवाहित कर कार्तिक मास के व्रत किये पूरे
गुरला (भीलवाडा,राजस्थान/बद्रीलाल माली) मेवाड़ की अयोध्या नाम से ख्यातनाम भीलवाड़ा जिले की माण्डल उपखण्ड में बागोर उपतहसील क्षेत्र स्थित डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास में शरद पूर्णिमा से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक चलने वाले कार्तिक मास में अखण्ड सीताराम रामनाम धूनी के प्रारम्भ होने के साथ ही कार्तिक पुर्णिमा पर मंगलवार को गोविन्द सरोवर पर 7 लाख 51 हजार दीपों से "सीताराम सीताराम", "जयश्रीराम", "जयसियाराम", "मेवाड़ की अयोध्या", "भारत की नई अयोध्या धाम" सहित नाना प्रकार के स्लोगन लिखे हुए विभिन्न रंगों से विविध आकृतियों में रंगोलियों के साथ सजाए गए दीपकों का हजारों भक्तो द्वारा धार्मिक नाम लिखकर गोविंद सरोवर पर भव्य दीपदान कर सरोवर को "देव दिवाली" के इस अवसर पर दुल्हन की तरह सजाया जो आगंतुक भक्तजनों में बेहद हर्षोउल्लास का केन्द्र बिंदु बना रहा । जिसका मनोरम द्रश्य देखते ही बनता नजर आया जिसने सभी श्रद्धालुओ का मन मोह लिया । वही गोविन्द सरोवर तट पर छप्पन भोग की आकर्षक झाँकी भी सजाई गई । जिससे मेवाड़ की अयोध्या कहे जाने वाले डाँग के हनुमान मन्दिर स्थित गोविंद सरोवर देर रात तक दीपकों की रोशनी से जगमगाता रहा। कार्तिक पुर्णिमा पर घोड़ास डाँग के हनुमान मंदिर में आयोजित होने वाले इस दीपोत्सव को देखने घोड़ास गांव के साथ ही बागोर, माण्डल, कारोई, करेड़ा, भादू, सारणो का खेड़ा, भांवलास, चांदरास, लेसवा, करणवास, मालपुरा, माणकियास, कारोई सहित आस पास के कई गाँवों के अलावा भीलवाड़ा शहर व राजस्थान के अन्य जिलों सहित गुजरात, महाराष्ट्र, जलगांव और हरिद्वार से भी भक्तजन मेवाड़ की अयोध्या धाम पधारे जिन्होंने मिलकर 7 लाख 51 हजार दीपक जमाकर उनमें तेल भरके रुई से बनी बाती पर कपूर लगाकर दीपकों में मोमबत्तियों की सहायता से अग्नि प्रज्ज्वलित की और महंत सरजुदास महाराज के चरण स्पर्श कर आशिर्वाद के साथ ही छप्पन भोग का महाप्रसाद भी लिया ।
गोविंद सरोवर किनारे सजाई गई छप्पन भोग की झांकी में ठाकुरजी शाही बेवाण में विराजमान होकर पहुँचे। इस दौरान महंत सरजुदास महाराज ने सरोवर किनारे ठाकुरजी को पुष्पमाला पहना गुलाब की पत्तियों की वर्षा कर ठाकुरजी के साथ ही सभी भक्तों की भी अगवानी की। ठाकुरजी की इस शाही सवारी में भक्तजन ढोलक, ताल मजीरो संग "सीताराम सीताराम" व हरि कीर्तन के माहौल में सराबोर होकर नाचते झूमते हुए चल रहे थे जिससे समूचा घोड़ास हनुमान मंदिर परिषर गुंजायमान होकर भक्तिभाव में डूबा नजर आया ।
डाँग का हनुमान मंदिर घोड़ास सेवा समिति के सभी सदस्यों ने जिनमें समिति के कोषाध्यक्ष नाथू लाल शर्मा, सोहन लाल लौहार, शिवनारायण शर्मा, जौध सिंह भाटी, बंशी लाल, जगदीश चन्द्र शर्मा, मनीष कुमार शर्मा, पुष्पकान्त जौशी, सत्यनारायण जाट, गोपाल लाल मारू, अनिल कुमार सेन, राज कुमार तड़बा, भंवर सिंह चूंडावत, विष्णु विवेक शर्मा सहित पूरी टीम ने मिलकर कार्तिक महीने में सभी तरह की व्यवस्था को माकूल अंजाम दिया ।
बालिकाओ एवं महिलाओ ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर नाना प्रकार के फूलों से सजी हुई टाटियां में दीप प्रज्ज्वलित करके उन टाटियों को गोविंद सरोवर की पूजा अर्चना करके सरोवर में प्रवाहित कर कार्तिक मास में पूरे मास तक व्रत रख उन व्रत को मंगलवार को पूरे किए ।
कार्तिक पूर्णिमा देव दिवाली के अवसर पर यहां गोविंद सरोवर किनारे सजी छप्पन भोग की झांकी के साथ ही गोविंद सरोवर की डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास व चारभुजा चम्पाबाग करेड़ा के महंत सरजूदास महाराज के सानिध्य में जोगरास मठाधीश महंत संतोष गिरी महाराज, गलवा के महंत गोवर्धनदास गुणीया महाराज, बावलास के अरुणदास महाराज की मौजूदगी में एवं पण्डित महावीर कुमार शर्मा, विष्णु शर्मा, देव शर्मा, नवीन शर्मा द्वारा उच्चारित मंत्रोचार के साथ विधिवत छप्पन भोग और गोविंद सरोवर की महाआरती की गई तद्पश्चात छप्पन भोग का महाप्रसाद वितरण किया गया ।
"देव दिवाली" कार्तिक महोत्सव के महाकुंभ को अखण्ड हिन्दू राष्ट्र के मानचित्र ने चार चाँद लगा दिए जो मुख्य आकर्षण का केंद्र बिंदु बना रहा। यहाँ समाधि स्थल के पास बने पांडाल में श्रीराधे कृष्ण मित्र मंडल बागोर व भक्तों की अथक मेहनत से प्रभु श्रीराम की 31 फिट ऊँची प्रतिमा के नीचे गणेश जी महाराज व उसके नीचे अखण्ड हिन्दू राष्ट्र का मानचित्र बनाकर उसमें अनेकोनेक रंगों से रंगोली बना दीपक सजाए गए फिर देर साम लाखो भक्तों द्वारा दीपक प्रज्वलित किये गए जिसके चलते ये परिसर मुख्य आकर्षण का केंद्र बिंदु बना रहा जिसके मनोरम दृश्य के साथ ही इस 18वें दीपदान को ड्रोन द्वारा कवरेज किया गया। साथ ही गोविंद सरोवर को नाना प्रकार के रंग बिरंगे पुष्पों एंव उनकी पत्तियों और आकर्षक विद्युत रौशनी से विविध आकृतियों में सजाया गया साथ ही साथ गोविंद सरोवर में ही पानी के अंदर रंगबिरंगे फव्वारे लगाकर आकर्षक विद्युत रौशनी से भी साज सजावट की गई इधर डाँग के हनुमान मंदिर को भी विद्युत रोशनी के साथ ही 10 क्विंटल गेंदा, गुलदाऊदी, गुलाब, केवड़ा, 1 हजार किलो हजारे के फूलों सहित नाना प्रकार के फूलों द्वारा जलगांव महाराष्ट्र जलगांव से आये भक्तों की टीम में रविन्द्र विट्ठल पाटिल, सतीश अर्जुन मेड़े, वाशुदेव सुधाकर सोनोने, मुरेशोरा रविन्द्र पाटिल, बबलु, विनोद कोड़ी, संजय इंगड़े जलगांव महाराष्ट्र के फ्लावर डेकोरेशन ने मिलकर आकर्षक व मनमोहन निःशुल्क सजावट की जो भी श्रद्धालुओं में आकर्षण का केंद्र बना रहा । 18वां कार्तिक पूर्णिमा महोत्सव हर्षोल्लास के साथ सम्पन हुआ।
डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास व चारभुजा चम्पाबाग करेड़ा के महंत संत शिरोमणि सरजूदास महाराज के सानिध्य में कार्तिक पूर्णिमा महोत्सव के तहत दीपदान व छप्पनभोग के कार्यक्रम को लगातार 18वें वर्ष भी "देव दिवाली" कार्तिक महोत्सव के रूप में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मनाया गया । वही इस कार्यक्रम में संतो ने घोड़ास में पधार कर गोविन्द सरोवर की धरती को पवित्र करके मेवाड़ की अयोध्या के साथ ही भारत की नई अयोध्या के रूप में इसको पावन धाम बनाया । साथ ही गोविन्द सरोवर किनारे पुरे कार्तिक मास में चले अखण्ड रामनाम का जाप व रामायण पाठ की बुधवार को प्रातः पूर्णाहुति होगी ।
डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास में ब्रम्हलीन महंत गोविन्ददास त्यागी जी महाराज की स्मृति में बने गोविन्द सरोवर के किनारे पर बनी 11 कुटियाओं सहित 31 कुटिताओं में आस पास के गाँवों से आये भक्तो द्वारा कार्तिक मास की शुरुआत के साथ से ही अखण्ड रामनाम सीताराम सीताराम सीताराम जय सीताराम धूनी का जाप व ब्रम्हलीन महंत गोविन्ददास महाराज की समाधि स्थल पर भी अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया जा रहा था । तो हनुमान मंदिर में अखण्ड हनुमान चालीसा और शिवालय में सीताराम नाम के साथ भजन कीर्तन जिसकी बुधवार को अल सुबह पूर्णाहुति होगी। इस अवसर पर मांगी लाल विश्नोई, रघुनंदन शर्मा, सत्यनारायण वैष्णव, प्रकाश चन्द्र जाट, राजकुमार तड़बा, अनिल सेन, मनीष कुमार शर्मा, पुष्पकान्त जौशी, भंवर सिंह, सहित कई भक्तजन मौजूद रहे