रामनवमी के पावन पर्व पर एक दिवसीय हेलाख्याल दंगल का आयोजन
वैर (भरतपुर,राजस्थान/ कौशलेंद्र दत्तात्रेय) श्री श्री 1008 श्री बाबा मनोहर दास जी महाराज की तपोस्थली एंव लधुकाशी के नाम से बिख्यात कस्वा वैर में रियासत काल से करीब लगभग 400 बर्षो से रामनवमी के पावन पर्व पर हेला ख्याल दंगल आयोजित होता आ रहा है। हेलाख्याल दंगल में पौराणिक कथाओं से लेकर राजनीति की बातों को सुनया जाता है।हेला ख्याल दंगल के आयोजन पर रामनवमी के पावन पर्व पर सांयकाल को कृष्ण दल,रामदल, बिचपुरी पट्टी वैर के गायकों ने भवानी मनाकर शुभारंभ किया। दूसरे दिन दिन भर राजनीति के प्रसंगों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया ।राम दल द्वारा अपनी प्रस्तुति में कुछ दिन में कमल खिलैगौ या राजस्थान में,जब गाजैगौ देखो मोदी, कौने में धर देगौ विरोधी बहुमत खूब मिलैगौ या राजस्थान में, बिचपुरी पट्टी ने अपनी प्रस्तुति में कस्वा वैर नगरपालिका में चल रही खींचतान को लेकर प्रसंग सुनाया सात लाखन कूं लै कै धूर रहे हैं खाय,अरे फिर गयौ नीरज बनिया देखो जो पद कूं पाय, राजनीति में घुसौ मंत्री कौ, देखौ सबई घरानौ,दीयौ बजट समति कूं सबरौ, बिष्णु समझ विरानौ ।अरे बीज जो विष के बोबैगौ, पकड़ कें सिर कूं रोबैगौ, और बनी बनाई अपनी कूं हाथन ते खोबैगौ जाकी जनता सब बतराय रही है।कृष्ण दल ने अपनी प्रस्तुति में जहां जहां हुए चुनाव वहीं पर खेला इसने दाव मानसिक पैदा किया तनाव सब जानै,मानके इसके दबाव छोड़ देते कुर्सी का रव्वाव, ढूंढते लगने तुरत बचाव।की प्रस्तुति दी गई। श्रोताओं ने खूब सराहा और देर रात तक हेला ख्याल दंगल का आयोजन हुआ।