बाल विवाह रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रमों का करे आयोजन - मनोज सोनी
अक्षर तृतीया के अवसर पर बाल विवाह होने की अक्सर आती है जानकारियाँ, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने ली बैठक, विभागीय अधिकारियों जारी किए निर्देश
मेडतासिटी (नागौर, राजस्थान/ तेजाराम लाडणवा) रियाबड़ी उपखंड कार्यालय पर बाल विवाह रोकथाम अभियान को लेकर बैठक का आयोजन किया गया ।बाल कल्याण समिति न्यायपीठ अध्यक्ष मनोज सोनी एवं उपखंड अधिकारी गौरीशंकर शर्मा की उपस्थिति में आयोजित बैठक में बाल विवाह रोकथाम अभियान को लेकर चर्चा की गई एवं बाल विवाह रोकथाम के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाए जाने को लेकर समीक्षा की गई। बैठक में नायब तहसीलदार जीवनराम,विकास अधिकारी रिया बड़ी भगीरथसिंह ,विकास अधिकारी भेरूँदा हुकमाराम माली,महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी रिया बड़ी अनुजा चौधरी,सामाजिक कार्यकर्ता सुशील लटियाल लाम्पोलाई सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे ।इसको लेकर बाल कल्याण समिति न्यायपीठ अध्यक्ष मनोज सोनी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बाल विवाह रोकथाम अभियान प्रभावी रूप से क्रियान्वित हो उसके लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा।जागरूकता,कार्यशाला,एवं संवाद कार्यकर्मों के माध्यम से बाल विवाह के दुष्परिणामों को बताना होगा,जहाँ भी बाल विवाह की सूचना आए तत्काल बाल विवाह को रोकने की दिशा में प्रयास करना होगा।इसके लिए दोषियों के ख़िलाफ़ विधी अनुसार कार्यवाही भी यह भी सूनिश्चित किया जाना होगा।सोनी ने बताया कि बाल विवाह रोकथाम एवं बाल विवाह से बच्चों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों को लेकर स्थानीय टीमें कार्य करे इसके लिए विभागीय जवाबदेहीता तयकी जाए। ताकी बाल विवाह की सूचना को नज़रअन्दाज़ नहीं किया जा सके।।समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने कहा की बाल विवाह रोकथाम के लिए प्रभावी कार्ययोजना के तहत।
ग्राम पंचायत,पंचायत समिति,जिला परिषद,पुलिस,प्रशासन,महिला बाल विकास विभाग,शिक्षा विभाग सहित अंय विभागों के साथ मिलकर बाल विवाह रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रमों का,कार्यशालाओं का आयोजन किया जाए। इसको लेकर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने बताया कि अक्षर तृतीया के अवसर पर बड़ी संख्या में बाल विवाह होने की जानकारियाँ सामने आती रहती है।बाल विवाह रोकथाम को लेकर सम्बंधित विभागों द्वारा प्रभावी प्रयास किए जाते है।आगामी 3 मई को अक्षर तृतीया है। ओर कोई बालक बालिका जाने अनजाने में बाल विवाह के बंधन में न आए,उनके परिजन उन्हें बाल विवाह में न धकेले, उनका बचपन ना उजड़े इसको लेकर सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है।
बाल विवाह रोकथाम अभियान मेंसभी निभाए अपनी भूमिका
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सोनी ने इसको लेकर बताया की अगर आपके आस पास किसी भी व्यक्ति को सामाजिक कार्यकर्ता को या जन प्रतिनिधी को इस बात की सूचना मिलती है या जानकारी सामने आती है की अपने आस पास किसी बच्चे का बाल विवाह हो सकता है। या बाल विवाह होने की आशंका है तो वह इसकी सूचना तत्काल चाइल्ड हेल्प लाईन,जिला प्रशासन,पुलिस,बाल अधिकारीता विभाग,बाल कल्याण समिति,पुलिस कंट्रोल रूम को स्थानीय जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियो को दे सकते है। ताकी समय रहते उन बच्चों को बाल विवाह से मुक्ति दिलाई जा सके। ओर बताया कि बाल विवाह अपराध है एवं दोषियों के ख़िलाफ़ क़ानून में प्रावधान है।
विभागीय अधिकारी अपने अपने कार्मिको की ले बैठक -गौरीशंकर शर्मा
बैठक को सम्बोधित करते हुए उपखंड अधिकारी गौरीशंकर शर्मा ने समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी किए कि वह बाल विवाह होने की सूचना या जानकारी को गम्भीरता से ले,तत्काल इस बात की सूचना उपखंड कार्यालय के कंट्रोल रुम,उपखंड अधिकारी,पुलिस एवं स्थानीय प्रतिनिधियों को दे ताकी समय रहते बाल विवाह रोकथाम की कार्रवाई की जा सके। उन्होंने विकास अधिकारियों,महिला बाल विकास के अधिकारियों को निर्देश जारी कर बताया की इसके लिए वह जागरूकता कार्यकर्मों का भी आयोजन करे।