उष्ट्र विकास योजनान्तर्गत सहायता राशि के भुगतान हेतु किया गया टोडियों का भौतिक सत्यापन
वैर (भरतपुर, राजस्थान/ कौशलेंद्र दत्तात्रेय) प्रदेश में उष्ट्र संरक्षण हेतु चलाई जा रही उष्ट्र विकास योजना अंतर्गत जिले की पंचायत समिति वैर के पशुपालकों को प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिए ऊंटनी एवं टोडियों का भौतिक सत्यापन जिले के संयुक्त निदेशक डॉक्टर गजेंद्र सिंह चाहर तथा नोडल अधिकारी वैर डॉ सुरेश चंद धाकड़ ने संयुक्त रूप से किया।
संयुक्त निदेशक डॉक्टर गजेंद्र सिंह चाहर ने बताया कि पंचायत समिति वैर में ग्राम पंचायत चकधरसौनी के ग्राम नयाबरखेड़ा में उष्ट्र पालन का कार्य किया जाता है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा उष्ट्र पालन को प्रोत्साहित करने के लिए ऊंटनी के प्रसव पर प्रत्येक जीवित बच्चे के लिए दो किस्तों में कुल दस हजार रुपए की राशि दिए जाने का प्रावधान है, योजना में पशुपालकों को स्वयं ऑनलाइन आवेदन करना होता है। जिसमें ग्राम नयाबरखेड़ा के 13 पशु पालकों द्वारा कुल 28 टोडियों के आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 7 पशुपालकों के 11 टोडियों को टैग लगाकर वेरीफाई किया गया। उन्होंने बताया कि भुगतान से पूर्व संयुक्त निदेशक एवं वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा न्यूनतम 10 प्रतिशत टोडियों का भौतिक सत्यापन किए जाने का प्रावधान है जिसके तहत आज संतोष एवं देशराज के कुल 5 टोडियों का ग्राम बाछरैन के जंगलों में मौके पर जा कर उनके कान पर स्थित टैग नंबर का मिलान कर भौतिक सत्यापन किया गया।
उन्होंने बताया कि आवेदन करने वालों में कई पशु पालकों के उष्ट्र दूसरे जिले में चराई के लिए जाने के कारण उनका वेरिफिकेशन नहीं किया जा सका इसके लिए पशुपालकों को शीघ्र ही उष्ट्रों को नजदीक लाने के लिए कहा गया है ताकि उनका भौतिक सत्यापन करवाकर प्रोत्साहन राशि का भुगतान समय पर किया जा सके।