पायलट ने उड़ाई पतंग, हाथ से हाथ जोड़ो बैठक में नहीं पहुंचे, गहलोत - पायलट खेमों में खींचतान बढ़ी
राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट खेमों में फिर से सियासी खिंचतान बढ़ गई है। शनिवार को जयपुर में पतंगबाजी करते नजर आए सचिन पायलट समेत कई नेता रविवार को कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान% की तैयारी बैठक में नहीं पहुंचे। गहलोत- पायलट खेमो में चल रहे सियासी दांव-पेच चुनावी साल आते ही एक बार फिर से शुरू हो गए हैं। कैसे राजस्थान में कांग्रेस का हाथ से हाथ जुड़ेगा, अब यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। राहुल गांधी के निर्देश पर 26 जनवरी से शुरू होकर दो महीने तक चलने वाले हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरूआत ही साथी विधायकों का हाथ और साथ नहीं मिलने से हुई। जयपुर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वॉर रूम में रखी गई अभियान की तैयारी बैठक में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट समेत कई नेता गैर मौजूद रहे। जिसने सियासी सरगर्मियां बढ़ा दी हैं। बैठक में पूर्व डिप्टी सीएम और पीसीसी चीफ रहे टोंक से मौजूदा पार्टी विधायक सचिन पायलट, पंजाब कांग्रेस प्रभारी और विधायक हरीश चौधरी, मंत्री अशोक चांदना, मंत्री शकुंतला रावत, 10 लोकसभा प्रत्याशी और करीब 15 जिलाध्यक्ष नहीं पहुंचे। कांग्रेस पार्टी की हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की पहली ही बड़ी बैठक में गुटबाजी देखने को मिली। जिससे नाराज प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बैठक में सख्त संदेश दिया। वॉर रूम में नेताओं की कम उपस्थिति देखकर रंधावा ने सीएम गहलोत से कहा- आप सॉफ्ट हैं, कड़क होना होगा। प्रदेश प्रभारी, मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी के बावजूद जो नेता बैठक में नहीं आए, उन्हें गम्भीरता दिखाना होगी। इस अभियान में पार्टी के सभी नेताओं और मंत्रियों की परफॉर्मेंस देखी जाएगी। प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कांग्रेस नेताओं को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि जो बैठक में शामिल हुए हैं, उनका स्वागत है और जो नहीं आए हैं, उनकी जरूरत भी नहीं है। रंधावा बोले- इस अभियान के जरिए नेताओं की परफॉर्मेंस देखी जाएगी।