मंजू बिजोरिया व बबीता की शादी में प्रहलाद सुजाना ने किया कन्यादान: सैकड़ों लोगों ने किया आर्थिक सहयोग
उदयपुरवाटी (झुञ्झुनु, राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) उदयपुरवाटी क्षेत्र के निकटवर्ती गांव किरोड़ी रोड़ पर स्थित गरीब परिवार की दो बेटियां बबिता और मंजू के न तो भाई है और पिताजी का भी स्वर्गवास हो गया था इसके चलते परिवार में खाने की नौबत आ रही थी। लेकिन आज परिवार की दोनों बेटियों की शादी चिंता बढ़ती जा थी जबूर मां को उम्मीद नहीं थी कि मेरी बेटियों की शादी हो पाएगी। कहने को कुछ भी कहे कलयुग में इतिहास गवाह है कि भगवान खुद नहीं आते वह किसी न किसी रूप मे फरिश्ता बनकर आते है। इस बेसहारा परिवार की मार्मिक कहानी की भनक मीडिया के माध्यम से कुछ लोगों को लगी तो इस लोग इस परिवार की सुध लेने के लिए कुछ सेवाभावी लोग आगे आए। बेसहारा लड़कियो के लिए सामाजिक सरोकार की भूमिका निभाने के लिए ज़ी एक्सप्रेस न्यूज ने इसकी सहायता के लिए आखिर विधवा मां कैसे करें अपनी बेटियों की शादी: घर में नहीं है फूटी कौडी, पति व बेटे की हो चुकी हैं मौत नामक शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की, लोगों ने इस दास्तां को सोशल मीडिया पर वायरल किया।
लेकिन जैसे ही सोशल मीडिया पर सुचना फैलीं तो कई सामाजिक संगठन आगे आये। इस प्रकार सोशल मीडिया की सुचना सामाजिक कार्यकर्ता संवैधानिक विचार मंच के सदस्य खंडेला (सुरजाना) गांव के निवासी प्रहलाद सुरजाना को मिलने पर आज दोनों लड़कियों की शादी में पहुंचकर दोनों लड़कियों को 100/100 ग्राम की 2 जोड़ी पाजेब व दो बिछिया की जोड़ी,दो चिटकी की जोड़ी जिनकी किमत 25 हजार रुपए के लगभग के गहने है व 10 साड़ियां व 500 रुपये नगद उन्होंने उनके घर पर जाकर परिवार को भेंट किया । जिसे ज़ी एक्स्प्रेस न्यूज ने बिजोरिया परिवार गरीब बेटियों के विवाह में कन्यादान के लिए सात समुंदर पार से आई सहायता राशि नामक शीर्षक से प्रकाशित किया जिसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता प्रहलाद सुरजाना क्षेत्र में पहले भी सैकड़ों कार्यक्रमों में शामिल होकर ऐसे ही आर्थिक रूप से भी सहयोग किया है। इस दौरान भीमसेना अध्यक्ष सुरेश खारड़िया मण्डावरा,बेसहारों की आवाज के प्रदेशाध्यक्ष शिशराम गुर्जर,प्रकाश सैनी,नेतराम राठी,समंदर पहाडिला,शुभम गांवड़ी,जितेन्द्र मीणा,अनिल सुरजाना,अंकित सुरजना व कई सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद रहें। इस दौरान वहां मोजूद लोगों ने प्रहलाद सुरजाना की प्रशंशा की।