रेसटा व पदोन्नति संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल ने की शिक्षा मंत्री से मुलाकात, सौंपा ज्ञापन
जयपुर :- शिक्षक संघ एलीमेंट्री सैकेण्डरी टीचर एसोसिएशन, रेसटा व पदोन्नति संघर्ष समिति राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में समिति प्रदेशाध्यक्ष रामकेश दौसा व रेसटा महामंत्री ऋषि पाकड़ के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला, शिक्षा सचिव, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया सहित कई अधिकारी व मंत्रियों से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपे। रेसटा प्रदेश प्रवक्ता धर्मेन्द्र कुमार धर्मी ने बताया कि राजस्थान शैक्षिक सेवा नियम - 2021 के तहत प्राध्यापक (विभिन्न विषय) पद पर राज्य सरकार द्वारा सीधी भर्ती से नियुक्ति हेतु योग्यता सुसंगत विषय मे स्नातकोत्तर डिग्री रखी है जबकि सेवारत शिक्षकों की पदोन्नति के लिए अतिरिक्त योग्यता सुसंगत विषय मे स्नातकोत्तर बशर्ते उन्होंने स्नातक स्तर पर सुसंगत विषय का अध्ययन किया हो। एक ही पद पर सीधी भर्ती व पदोन्नति में दो अलग-अलग योग्यताएं रखी गई है जो सेवारत शिक्षकों के प्रति न्यायसंगत नही है।
कोषाध्यक्ष श्यामसुंदर विश्नोई ने कहा कि संघ व समिति की मांग है कि जिन शिक्षको ने गजट नोटिफिकेशन से पूर्व डिग्री कर कर ली है व विश्वविद्यालय में प्रवेश ले लिया है उन्हें वर्तमान व भविष्य की समस्त डीपीसी में शामिल कर राहत प्रदान करें। इस पर शिक्षा मंत्री ने जल्दी ही नियमों का पुनर्निरीक्षण करवाने के लिए आश्वस्त किया। इस दौरान समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामकेश दौसा, कर्मचारी महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़, प्रदेश महिला अध्यक्ष डेनिम चतुर्वेदी, सचिव राजेंद्र पाराशर, शिक्षक संघ एलिमेंट्री सैकेण्डरी टीचर एसोसिएशन, रेसटा के प्रदेश प्रवक्ता धर्मेन्द्र कुमार धर्मी, महामंत्री ऋषि पाकड़, कोषाध्यक्ष श्याम सुंदर विश्नोई, जयपुर संभाग अध्यक्ष मोहनलाल बासनवाल, राजीव चौधरी, शिक्षक संघ सियाराम से महामंत्री मुकेश मीना, कल्पेश जैन, सीपी सोनी आदि सहित विभिन्न जिलों से पधारे हुए सैकडों शिक्षक मौजूद रहे।