मोलासर में मुख्यमंत्री की जनसभा के दोरान सुजला जिला बनाओ सत्याग्रह प्रदर्शन
मुख्यमंत्री आगे आवो सा सुजला जिला बनाओ सा के लगाऐ गए नारे।
लाडनूं (नागौर, राजस्थान) सुजला जिला बनाओ महा सत्याग्रह के तहत आज मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत, राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा, गोविंद सिंह डोटासरा की उपस्तिथि में नागौर जिले के डीडवाना के मोलासर कस्बे में हुए किसान महा सम्मेलन के दोरान सुजला जिला बनाओ प्रदर्शन किया गया। पिछले कई दशकों से सुजला यानि सुजानगढ़, जसवंतगढ़, लाडनूं को मिला कर सुजला जिला बनाने का आंदोलन शांति पूर्ण तरीकों से चल रहा है। लेकिन जब 17 जिलों के साथ में सुजला जिला बनाने की घोषणा मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत द्वारा नहीं की गई तो सुजला अंचल में तेज जन आंदोलन शुरू हो गया और अभी तक 70 दिन बाद भी धरने, गिरफ्तारी, भूख हड़ताल रूप में जारी हैं। आंदोलन कभी भी बहुत बड़ा रूप ले सकता है। सुजला महा सत्याग्रह के संयोजक श्रीराम भामा के अनुसार आज, कल में ही सुजला जिले के लिए सामूहिक भूख हड़ताल शुरू होने वाली है। ।
क्या मुख्यमन्त्री जी भूख हड़ताल के दोरान किसी के मरने का इंतजार कर रहे हैं? वरना सुजला जिले के लिए 38 दिन की भूख हड़ताल के दोरान जब एक 78 साल की महिला नेत्री भंवरी देवी 65 घण्टे तक सुजानगढ़ के गाँधी चौक सभा मंच पर भूख हड़ताल करती रही तब भी सरकार की तरफ से कोई भी संज्ञान लेने क्यों नहीं आया? हम हाथ जोड़कर, मुख्यमन्त्री जी से विनम्र निवेदन करते हैं कि सुजला जिला बनाया जाए। मुख्यमन्त्री की विशाल सभा के बीचों, बीच पहुंचकर सुजला सत्याग्रह कर्ता विजय पाल श्योराण, एडवोकेट तिलोक मेघवाल के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया गया। सभा के दोरान सुजला साथी रतन लाल प्रजापत, रण सिंह श्योराण (मास्टर जी), अशोक कुमार टाक, महेश माली, मूलचंद रेगर, आदि मौजूद रहे। नवीन कुमार फल वाडिया, मंगल चंद सोनी (जसवंतगढ़), हरिओम ने मीडिया कवरेज सम्हाली।
विजय पाल श्योराण ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत जी ने हमें दशकों से चले आ रहे सुजला जिले के हक अधिकार के आंदोलन को उग्र करने को मजबूर कर दिया है । यदि सुजला जिला बनाये बिना मुख्यमन्त्री जी सुजानगढ़ आये तो हम सर्व समाज के नेतृत्व में सुजला जिला बनाओ मुख्यमन्त्री महा घेराव करेंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी मुख्यमन्त्री की होगी। सुजलावासियों और पुलिस को आपस में उलझाने का खेल मत कीजिये। एडवोकेट तिलोक मेघवाल ने कहा कि 1 लाख से ज्यादा लोगों ने अनिश्चित कालीन चक्का जाम, बाजार बंद के दोरान आंदोलन में आगे बढ़ कर भाग लिया। 1000 से ज्यादा ज्ञापन दिये जा चुके हैं। 800 दिन से ज्यादा धरने हो रहे हैं। काफी रैलियां निकल चुकी हैं। हजारों बच्चों की मानव शृंखला हो चुकी है।
सुजला जिला बनाओ संधर्ष समिति लाडनूं के संयोजक एंव युवा कांग्रेस नेता मो० मुश्ताक खान कायमखानी ने राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा एंव अन्य कांग्रेसी नेताओं और मंत्रियों से मुलाकात कर सुजला को जिला बनाने की मांग रखी और बताया कि सुजानगढ़, लाडनूं के विधायक, और काफी संगठन खुल कर सुजला जिले की हक अधिकार की आवाज को बार बार उठाया है। शांति पूर्ण बलिदान की भावना के साथ 17 घण्टे से लेकर 121 घण्टे तक की भूख हड़ताल हुई। हम सुजला अंचल वासी आज 28 मई शाम से, फिर 10जून के लगभग सामूहिक भूख हड़ताल शुरू करने को मजबूर हैं। सुजला जिला जिसमें (सुजानगढ़,जसवंतगढ़,लाडनूं,, सालासर, छापर, बिदासर, साँड़वा, कातर, लालगढ़, कानुता, निम्बी, कसुम्बि, सहित रतनगढ़ विधानसभा की भी 13 पंचायतें आदि सुजला अंचल के सेंकड़ों स्थान और 8/10 लाख की आबादी आती है उन सबके व्यापक हितों के लिए सुजला जिला बनाया जाना बहुत जरूरी है। इसलिए मुख्यमन्त्री जी आगे आओ सा, सुजला जिला बनाओ सा।