कामां में नैनो यूरिया उपयोग पर विचार गोष्ठी का आयोजन
कामां / हरीओम मीना
कामां-इफ्को की भरतपुर इकाई द्वारा कांमा में कोसी रोड स्थित होटल सिंगल मेंशन में पूर्व मंत्री मदन मोहन सिंघल के मुख्य आतिथ्य में नैनो यूरिया उपयोग पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कृषि महाविद्यालय कुम्हेर के डीन डॉ. उदयभान सिंह थे| विचार गोष्ठी में मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए डॉ उदय भान सिंह ने कहा कि नैनो यूरिया कृषि क्षेत्र की कान्तिकारी खोज है, इसकी 500 मि.ली. की एक बोतल, यूरिया के एक बैग के बराबर काम करती है, ज्यादा नाइट्रोजन चाहने वाली फसलें जैसे गेहूं, जौ, धान, बाजरा, सब्जी आदि में 4 मिलीलीटर नैनोयूरिया प्रति लीटर पानी व कम नाइट्रोजन चाहने वाली फसलें जैसे दलहनी व तिलहनी फसलों में 2 मि.ली. प्रति लीटर पानी के घोल का छिडकाव करना चाहिए। सामान्यतः एक बोतल नैनोयूरिया 150 ली. पानी में मिलाकर एक एकड में छिड़का जा सकता है।
इफ्को के मैनेजर पृथ्वीराज सियाग ने कहा कि नैनोयूरिया का परिवहन सस्ता है, इससे पर्यावरण प्रदूषित नहीं होता है। विभिन्न अनुसंधान परिणामों से पता चलता है कि नैनोयूरिया के उपयोग से फसलोत्पादन में 8 प्रतिशत की बढोत्तरी होती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये पूर्वमंत्री मदनमोहन सिंघल ने उपस्थित किसानों से नैनोयूरिया अपनाने की अपील की। अजीराम गूर्जर ने गायन माध्यम से उपस्थित लोगों का मनोरंजन किया। इस अवसर पर ओमप्रकाश सरपंच मूसेपुर, लाखन सिंह सरपंच नौनेरा, अशोक सिंह पूर्व पार्षद कामा, लटूरसिंह सरपंच पल्ला सहित बडी संख्या में प्रगतिशील किसान उपस्थित थे।