सिंधी समाज की मातृशक्ति जेठ माह के चण्ड की विशेष पूजा कर प्रकृति को रिझाया
खैरथल,अलवर (हीरालाल भूरानी)
सिन्धी समाज की ओर से वैसे तो सिन्धी कलैण्डर के अनुसार हर माह के अंतिम दिन पड़ने वाले चण्ड ( चन्द्रमा ) को झूलेलाल मंदिर और घर में विशेष पूजा अर्चना की जाती है किन्तु जेठ माह के चण्ड को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने व खेत खलिहान और जंगल को हरा भरा रखने की मन्नतें मांगी जाती है। इस दिन सिंधी समाज के हर घर में विभिन्न व्यंजन बनाए जाते हैं और मौसम के अनुसार कांटेदार टहनी को आटे को मोदक में खड़ा कर उसमें विभिन्न फलों की फांकों को लगाते हुए चीनी व अक्षत युक्त शुद्ध जल से झूलेलाल भगवान की पूजा की जाती है। जिसमें सिर पर रखे दुप्पटे की झोली फैला कर मन्नतें मांगी गई।हर चण्ड की भांति झूलेलाल मंदिर में बाबा शीतल दास की अगुवाई में सुबह - शाम विविध व्यंजनों का प्रसाद वितरण किया गया और पूजा के बाद पूज्य बहराणा साहिब का आयोजन किया गया। जिसका देर रात को दरिया शाह के समक्ष विधि - विधान से परवान कर पल्लव किया गया।