अजब है पर सच है: मुक्तिधाम कामां
कामां (भरतपुर, राजस्थान/ हरीओम मीणा) भरतपुर जिले के कामां कस्बे मे तीर्थराज विमल कुंड स्थित मुक्तिधाम एक ऐसा स्थान है जहां लोग दाह - संस्कार तो करने आते हैं परंतु इस शमशान की कुछ अलग ही कहानी है आज इस मुक्तिधाम में लोग मॉर्निंग वॉक करने आते हैं व्यायाम करने आते हैं सुबह और शाम लोग पार्क में घूमने आते हैं इस शमशान से 30 मई 2009 को एक लड़की की शादी भी मुक्तिधाम से हो चुकी है एक बेटी की डोली भी उठ चुकी है शहनाइयां भी बज चुकी है हम आपको बता दें कि कामां के इस मुक्तिधाम में यहां हरा भरा पार्क, लाइट वाटर कूलर बैठने के लिए काफी बड़े-बड़े बरामदे और पूजा के लिए महाकाल महादेव का मंदिर भी बना हुआ है यहां पर प्रातः काल 5:00 से ही व्यायाम करने वालों की काफी भीड़ लगी रहती है तथा महिला पुरूषों के साथ साथ उनके बच्चे भी व्यायाम करने के लिए और पार्क में घूमने के लिए आते हैं अब उनकी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए शमसान के पार्क मे ओपन जिम भी पार्क में लगाई हुई है
इस शमसान की विशेषताएं कुछ अलग हटकर है यहां पंजाबी समाज द्वारा दाह संस्कार के लिए ईंधन की व्यवस्था की जाती है आप यहां बिना तोले ही दाह संस्कार के लिए ईंधन ले सकते हैं इसके बदले यदि आप स्वेच्छा से राशि देना चाहे तो उसकी रसीद भी पंजाबी समाज द्वारा की जाती है| यहॉ लावारिस शवों का निशुल्क दाह संस्कार भी किया जाता है इस मुक्तिधाम की काया पलट कर इसे संचालित करने वाले कामां कस्बे के प्रमुख समाजसेवी प्रेमचंद शर्मा प्रिंस अटैची हाउस वाले पिछले 20 सालों से सेवा कार्य में लगे हुए हैं मुक्तिधाम की व्यवस्था प्रेमचंद शर्मा प्रिंस अटैची हाउस वालों की देखरेख में ही चलती है सबसे बड़ी बात यह है कि इस समाचार मैं कोई दान पेटी नही है| उल्लेखनीय है कि सन 2006 से 2022 तक व्यवस्थापक समाजसेवी प्रेमचंद शर्मा स्वयं चंदा मांग मांग कर कार्य कराया गया है 16 वर्षो में करीब 51 लाख रुपये चंदा इकट्ठा करके इस श्मशान में लगाया जा चुका है शमशान के पार्क ,जिम सहित अन्य व्यवस्थाओं की देखरेख करने के लिए हमेशा तीन आदमियों का स्टाफ रहता है जिनकी सैलरी 180 दानदाता सदस्यों के द्वारा ₹100 प्रति माह एकत्रित कब आती जाती है इस सैलरी के पैसों को भी व्यवस्थापक प्रेमचंद शर्मा दानदाताओं के घर जाकर मांग कर लाते हैं और अपनी व्यवस्थाओं को स्वरूप देते हैं| आज कामां कस्बे सहित क्षेत्र के लोग प्रेमचंद शर्मा के अतुलनीय समाज हित कार्य के लिए भूरी भूरी प्रशंसा करने नहीं थकते|