जिला कलेक्टर ने देखा विजासना का पहाड का मौका, जाना वैध -अवैध खान गिरने का कारण
पहाडी,भरतपुर( भगवानदास)
पहाडी के गोंपालगढ थाने के गांव विजासना में अवेध खान में दर्दनाक हादसे के बाद राजनेतिक गलियारे मे सियासी घमासान शुरू हो गया है।वही घटना वैध मे या अवेध मे है इसको लेकर आईजी, एसपी के बाद जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने भी देर सांय पहाड का निरीक्षण कर आवश्यक जानकारी जुटाई है।उधर सांसद रजींता कोली ने सीएम का पत्र लिखकर रैस्कू आपरेशन जारी रखने एंव गठजोड का आरोप लगाया है।
मोके पर जिला कलेक्टर को एम.ई रामनिवास मंगल ने जिला कलेटरवेध लीज सख्या ६८/२०११ को इस्लाम की बताते हुए उसे बंद होना बताया है। हादसा अवेध खनन के पत्थरो में दबनें से दो जनो की मौत हो गई है। पुलिस प्रसासन ने रैस्कू आपरेशन बंद करा शवो का आनन फानन मे पोस्टमार्टम कराने मे जुट गया। उधर खनिज विभाग एंव मृतक के परिवार ने समझाइस के बाद सहजू को अरोपी बताते हुए रिर्पोट दर्ज करा दी है। सांसद से बोले लोग - सांसद के दोरे के दोरान मौके पर खनन के जानकार लोगो ने मुख्य खनन माफिया का नाम लेकर बताया।उसके बाद उसे रिर्पोट से बच निकला है
सांसद ने लिखा सीएम को पत्र-
सांसद रजीता कोली ने मुख्यमत्री को पत्र मे लिखकर बताया है की विजासना पहाड मे अक्टूबर को बंद पडी अवेध खान में अवेध विस्फोट हुआ था।जिसमें 14 अक्टूबर को अधिकारियो के साथ घटनास्थल पर पहुची।वहॉ पर ग्रामीणो कोदेखा उस मुददे पर में तीन साल सेआपके संज्ञान में रखा गया। उसके बाद भी मेरे उपर केई बार जान से मारने के लिए हमले हुए मेरी आवाज को बंद करनेके लिए,लेकिन अवेध खनन को रोकने के लिए कोई कार्रवाही नहीकी जा रही है। में आपको यह बताना चाहाती हूँ । अवेध खनन बडे माफियों का एक समूह द्वारा अवेध खनन किया जाता है।जिसकी एमई एंव पुलिस प्रशासन तथा बड़े नेताओ के द्वारा सम्भव नही है मौके पर पहुचने पर ग्रामीणों से पता चला है की अवेध विस्फोट से एक पोकलीन दो डम्फर खान में दब गए है उसके उपरांन्त भी रैस्कू ऑपरेशन क्यो रोका गया। मेरा निवेदन हे की रेस्कयू ऑपरेशन को दुवारा कराया जावे। जिन बडे अधिकारियो और नेताओ के दबाब में यह हादसा हुआ है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाही की जावे। जो अवेध खनन है उनका पत्थर विनायक स्टोन, एस.एफ स्टोन, मेवात स्टोन,विलासना की क्रशरो परजा रहा है। उनके खिलाफ कार्रवाही की जावे। ग्रामीणो ने बताया हैकी आम व्यक्ति सेजू खान के खिलाफ एमई द्वारा रिर्र्र्पोट दर्ज कराई गई है लेकिनजो इस अवेध खनन को माफियाओ के साथ चला रहा सचिन शर्मा के खिलाफ एपआईआर दर्ज नही की तथा ओर भी माफिया सचिन शर्मा के साथ बडे नेता भी शामिल है । इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाही की जावे। जिस तरीके से पुलिस प्रशासन ने टूवीट किया है जिस खनन मे यह हादसा हुआ है।यह एक शंका है। पुलिस प्रशासन द्वारा टूवीट का स्क्रीन शॉट भेज रही हूँ ।पुलिस माइनस विभाग की मिली भगत से ऐसा किया जा रहा है। पत्र मे विडियो ग्राफी के साथ रैस्कयू ऑपरेशन कराया जावे।