सरकार की अनदेखी का परिणाम भुगत रहे गौवंश: अनुदान नहीं मिलने से चारे की भारी किल्लत गौशाला संचालक भारी परेशानी
भीषण गर्मी मे गौवंश हो रहा है बेहाल, सरकार नहीं दे रही ध्यान
मेड़तासिटी (नागौर, राजस्थान/ तेजाराम लाडणवा) मेड़तासिटी क्षेत्र की गौशाला में चारे की भारी किल्लत के कारण गोवंश को हो रही है बड़ी मुश्किल नागौर जिला गौशाला संघ अध्यक्ष रामजीवन डांगा ने बताया कि राज्य सरकार ने गौशालाओं को अपने हाल पर छोड़ दिया है और असहाय गोवंश के लिए अब गौशालाओं के दरवाजे भी बंद करने की नौबत आ चुकी है क्योंकि आज चारे का भाव आसमान छू रहा है और गौशालाओं की आर्थिक स्थिति भयंकर खराब होती जा रही है
एक तरफ तो चारा महंगा हो गया है और दूसरी तरफ राज्य सरकार द्वारा अनुदान समय पर नहीं मिल रहा है ऐसे मे गौशाला संचालकों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है आज सभी गौशालाओं में चारे का स्टॉक नहीं के बराबर है इसलिए मजबूरन गायों को छोड़ना पड़ रहा है सरकार गायों के नाम पर टैक्स का पैसा भी तो वसूल रही है लेकिन समय पर अनुदान देने में आनाकानी कर रही है ऐसे में गोवंश की हालत बद से बदतर होती जा रही है वर्तमान मे महंगाई को देखते हुए सरकार ₹20 से ₹40 का अनुदान दे रही है
जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है और इसी सरकार ने गौशालाओं को 9 माह का अनुदान देने की घोषणा की थी जो आज तक नहीं दिया गया आज गौशालाओं में पूरा गौ वंश झुंझ रहा है इसलिए पूरे किसान वर्ग में सरकार के प्रति रोष है आज राज्य सरकार के अनुदान के अभाव में गौशालाओं की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है अगर समय रहते सरकार ने अनुदान नहीं दिया तो प्रदेश व्यापी जन आंदोलन किया जाएगा जिसका पूरा का पूरा जिम्मा राज्य सरकार का होगा