चित्तौड़गढ़ के माली परिवार पर हुए हमले में घायल परिवारजनों से मिला महासभा का प्रतिनिधि मण्डल
चित्तौड़गढ़ (बद्री लाल माली)
चित्तौड़गढ़ के अशोक नगर में 30 जुलाई, रविवार को माली परिवार के साथ ही महिला पर हुए जानलेवा हमले में घायल हुए लोगों से माली (सैनी) महासभा के प्रतिनिधि मण्डल भीलवाड़ा स्थित बांगड़ हॉस्पीटल में मुलाकात कर कुशलक्षेम पूछने के साथ ही पूरे प्रकरण की जानकारी हासिल की एवं भरोसा दिलाया कि परिवार के साथ अन्याय नहीं होने दिया जायेगा।
माली (सैनी) महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल लाल माली ने बताया कि चित्तौड़गढ़ अशोक नगर में माली परिवार पर हुए हमले को लेकर पुलिस प्रशासन के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारी भी जिम्मेदार है, जबकि पीड़ित परिवार कई दिनों से पुलिस थाने व उच्च अधिकारियों से बार-बार शिकायत कर रहे थे कि हमें भूमाफियाओं से जान-माल का खतरा है उसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन चुप्पी साधे रहा और भूमाफियाओं को संरक्षण देते रहे, नतिजन लाड देवी के साथ ही कई परिवारजनों को सरियों व धारदार हथियारों से मारपीट की जिससे कई लोगों को गंभीर चोटे आई है।
अस्पताल में मिले घायलों में से देबीलाल माली ने महासभा के प्रतिनिधि मण्डल को बताया कि घटना से पूर्व हमने थाने में जाकर लिखित में रिपोर्ट देने के बावजूद भी पुलिस ने हमारी मदद नहीं की और हमें गुण्डों के हवाले कर दिया। जिससे मैं और मेरा बेटा दीपक व रतन लाल, लाड देवी को जान से मारने की कोशिश की, जिसमें विशेष तौर से अरविन्द ढिलिवाल, श्याम सुन्दर मून्दड़ा सहित कई भूमाफिया समाजकटंकों व गुण्डो को भेजकर मेरे परिवार को जान से मारने की धमकियां देते आ रहे थे।
प्रदेश उपाध्यक्ष माली ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की जानकारी सीएमओ ऑफिस में पत्र के माध्यम से भेज दी गई है और एक प्रति जिला पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ को भी भिजवा दी गई है। इस पूरे प्रकरण में लिप्त सभी दोषी व्यक्तियों को गिरफ्तारी के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों सहित भूमाफियाओं पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का जिकर भी पत्र में किया गया। माली ने जिला प्रशासन से मांग की कि सभी दोषियों को गिरफ्तार कर पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया करावे अन्यथा माली महासभा इस पूरे प्रकरण को लेकर समस्त राजस्थान के सभी जिलों में धरना प्रदर्शक कर विरोध दर्ज करायेगी। प्रतिनिधि मण्डल में माली (सैनी) महासभा के भीलवाड़ा जिला कार्यकारी अध्यक्ष भैरूलाल माली, कन्हैयालाल माली, शंकर लाल गोयल, प्रभु माली सहित महासभा के कई सदस्य एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।