लैब टेक्नीशियन भी आंदोलन की राह पर लंबित मांगो के लिए मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
मेड़तासिटी (नागौर, राजस्थान/ तेजाराम लाडणवा) अखिल राजस्थान लैबोरेटरी टेक्नीशियन कर्मचारी संघ भी अपनी लंबित मांगों को लेकर अब आंदोलन की राह पर आ गया है। अपनी मांगो को लेकर सोमवार को नागौर अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया को राजस्थान के यशस्वी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौपा गया। नागौर जिलाध्यक्ष महेन्द्र टेलर ने बताया कि लैब टेक्नीशियन संवर्ग चिकित्सा विभाग की रीढ़ की हड्डी व सरकार की जनहितेशी योजना तथा मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना की अहम कड़ी होने के बावजूद भी सरकार द्वारा संवर्ग लंबित मांगो को नजरअंदाज किया जा रहा है जिसके कारण संवर्ग में काफी रोष है। संघ के प्रदेशाध्यक्ष श्रीराम मीना के आह्वान पर जिले के साथियों ने अपनी लंबित मांगो के सम्बंध में मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर ज्ञापन दिया गया। मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में संवर्ग की मुख्य मांग केंद्र के अनुरूप ग्रेड पे 4200 , शैक्षणिक योग्यता एमएलटी से बीएससी एमएलटी करना , पदनाम संशोधन, भत्ते जिसमे विशेष वेतन मूल वेतन का 25 प्रतिशत करने, मेस भत्ता अन्य संवर्ग के अनुसार 2000 रुपये प्रतिमाह करना, धुलाई भत्ता 1000 रुपये प्रतिमाह करना, वर्दी भत्ता 10000 रुपये वार्षिक करना,एचपीसीए व एनपीए लागू करना,पद्दोन्नति के लिए सेवा नियमो में संशोधन करना व उच्च पद्दोन्नति पद स्वीकृत करना, क्रमोन्नत होने वाले अस्पतालों में स्टाफिंग पैटर्न के नाम पर लैब टेक्नीशियन संवर्ग के पदों में कटौती को बंद करना, प्रयोगशालाओं का निजीकरण बंद करना, आरपीएमसी में रजिस्ट्रेशन व रिनिवल की फीस कम करना,ब्लड बैंक में टेक्निकल सुपरवाइजर के पदस्थापन हेतु सेवा नियम बनाना, आरटीपीसीआर में डाटा एंट्री हेतु 500 रुपये प्रतिमाह की प्रोत्साहन राशि का भुगतान करना,राज्य स्तर पर लैब टेक्नीशियन दिवस बनाना व राज्य में संचालित पैरामेडिकल कॉलेज में ट्यूटर पैरामेडिकल का पद स्वीकृत कराने आदि लंबित मांगे है जो अभी तक सरकार द्वारा नही मानी गयी है। समय रहते सरकार सर्वग की मांगो पर कार्यवाही नही करता है तो संघ को उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस मौके पर प्रकाश सारस्वत, बीरमा राम मुरावतीय , सीताराम भाटी, धर्मवीर सिंह राठौड़, गोपाल राम चौधरी, मुकेश सोलंकी, श्रीकांत स्वामी, मोहित देवड़ा, कालू लाल माली, अविनाश भाटी, शेफुरहमान अंसारी, हितेश देवड़ा, योगेश गोड़ सहित लैब तकनीशियन साथी मौजूद थे।