माली समाज का आंदोलन समाज को एक नई दिशा प्रदान करेगा: माली
गुरला / बद्री लाल माली
गुरला:-भीलवाड़ा राजस्थान के भरतपुर जिले के हंतरा गांव के पास जयपुर आगरा नेशनल हाईवे पर 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर माली (सैनी) समाज द्वारा किये जा रहा धरना प्रदर्शन के समर्थन में एवं 11 सूत्री मांगों को लेकर राजस्थान प्रदेश माली (सैनी) महासभा भीलवाड़ा द्वारा मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को माली (सैनी) महासभा के जिलाध्यक्ष गोपाल लाल माली के नेतृत्व में समाज के सैकड़ों लोगों ने ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन से पूर्व समाज के लोगों ने कृषि मंडी के पैदल मार्च निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां पर प्रदर्शन कर अपनी मांगों से प्रशासन को अवगत कराया।
माली (सैनी) महासभा के जिलाध्यक्ष गोपाल लाल माली ने बताया कि माली सैनी समाज शांति प्रिय कौम है। माली समाज वर्षों से खेती बाड़ी करता आ रहा है लेकिन पिछले वर्षों से राजनैतिक दलों ने माली समाज को केवल वोट बैंक समझकर इस्तेमाल किया है। आज हर समाज का अपनी जनसंख्या के अनुपात में सरकारी नौकरियों में प्रतिनिधित्व है। लेकिन माली समाज हर क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है। आज के युवा अब जाग गया है वे अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतर गया है। ऐसे में कानून व्यवस्था भंग नहीं हो इससे पूर्व राजस्थान सरकार के प्रतिनिधि मंडल को माली समाज के शिष्ट मण्डल से वार्ता कर उचित समाधान निकालना चाहिए। माली (सैनी) समाज को उग्र आन्दोलन के लिए मजबूर नहीं करें। अन्यथा पूरे प्रदेश का माली समाज अपने हक के लिए ईट से ईट बजाने के लिए कोई कौर-कसर बाकी नहीं छोडेगा। माली ने यह भी कहा कि ज्ञापन को गंभीरता से लेते हुए राजस्थान सरकार शीघ्र ही माली समाज की मांगों पर चिंतन करते हुए उचित समाधान करने की कोशिश करे। अन्यथा राज. प्रदेश माली (सैनी) महासभा के बैनर तले 12 प्रतिशत आरक्षण व 11 सूत्री मांग को लेकर भीलवाड़ा सहित पूरे प्रदेश में आन्दोलन किया जायेगा। हर उपखण्ड स्तर पर धरना प्रदर्शन सहित सब्जी मंडियों को बंद करने व रोड़ जाम किये जायेंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी राजस्थान सरकार की होगी।
इस अवसर पर माली सैनी महासभा के संगठन मंत्री कन्हैयालाल माली, धनराज माली, माली समाज ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष बंशीलाल माली, माली विकास संस्थान पुर के अध्यक्ष भैरूलाल माली, माली महासभा के गंगापुर तहसील अध्यक्ष कैलाश माली, कोटड़ी तहसील अध्यक्ष महावीर माली, फूले ब्रिगेड के अध्यक्ष सुखदेव माली, जीवराज माली, हरदेव माली, कैलाश माली (रायला), मदन लाल सोपरिया, मथुरालाल ढिबरिया, गोपाल सरिवाल, सत्यनारायण डाबला, नानूराम गोयल, शंकरलाल गोयल, प्रभुलाल माली, बंशीलाल माली, लादूलाल माली, सुरेश माली, भैरूलाल माली, पवन माली, रामभक्त माली, तेजमल माली, भैरूलाल तुन्दवाल, सम्पत बुलिवाल, शंभुबुलिवाल, कालू लाल मोरी, मूलचंद छुलिवाल, देबीलाल रागस्या, नंदलाल माली, सहित सैकड़ों माली समाज के लोग उपस्थित थे।
11 सूत्री मांग पत्र
1. महात्मा फुले कल्याण बोर्ड का गठन कर उसे क्रियान्वित किया जाए।
2. माली (सैनी) समाज को 12 प्रतिशत अलग से आरक्षण दिया जाए।
3. राजस्थान के हर शहर व कस्बे में सब्जी ठेले वालों को स्थायी जगह दी जाए।
4. महात्मा फुले बागवानी बोर्ड का गठन किया जाए।
5. महात्मा फुले दंपती के नाम से विश्वविद्यालयों में शोध केंद्रों की स्थापना की जाए।
6. महात्मा फुले जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित किया जाए।
7. भारतीय सेना में सैनी रेजिमेंट का गठन किया जाए।
8. माली (सैनी) समाज के लिए अलग से एक्ट लाया जाए, इससे अत्याचार करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
9. फुले दंपती के नाम से संग्रहालय बनाया जाए।
10. महात्मा फुले दंपती को भारत रत्न से नवाजा जाए। इसका प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेजा जाए।
11. सभी राजकीय विद्यालयों में भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फूले व महात्मा ज्योतिबा फूले की प्रतिमाएं स्थापित की जाये।