38 वर्षों से ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा से सेवा देने वाले व्याख्याता शिवलाल सैनी को बच्चों सहित प्रधानाचार्य ने दी भावभीनी अश्रुपूर्ण विदाई
रामगढ (अलवर, राजस्थान/ राधेश्याम गेरा) रामगढ क्षेत्र के कस्बा अलावडा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अपने जीवन काल की 38 वर्ष की सेवा में से 31 वर्षों तक ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा के साथ सेवा देने वाले व्याख्याता शिवलाल सैनी का सेवाकाल पूरा होने पर अध्ययनरत एवं पूर्व छात्र छात्राओं सहित विद्यालय परिवार और आसपास के अनेक निजी एवं सरकारी विद्यालयों के स्टाफ सहित कस्बा अलावडा और नंगली गांव के सैकड़ों ग्रामीणों द्वारा विदाई समारोह आयोजित कर भावभीनी विदाई दी गई।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य सतपाल सिंह ने बताया कि वह और मंच पर बैठे केंद्रीय विद्यालय मोतीडूंगरी के प्रधानाचार्य रामजीलाल सैनी ने इन्ही से शिक्षा ग्रहण की है सैनी जी लगातार 28 वर्षों तक एसडीएमसी के सचिव रहे हैं और विद्यालय विकास के इनके द्वारा बनाई कार्य योजना को साकार रुप दिया है इनके विषय का हमेशा से शतप्रतिशत रिजल्ट रहा है । साथ ही अनुरोध किया कि विज्ञान और इतिहास विषय की पढ़ाई जो बच्चों की अधूरी रह गई है उसके लिए आप सेवा में ना रहते हुए भी कोर्स पूरा कराने के लिए विद्यालय में आते रहें ।
मंच पर बैठे मालपुर विद्यालय के प्रधानाचार्य किसन सिंह सागर जिन्होने अलावडा में कई वर्षों तक व्याख्याता शिवलाल के साथ सेवा दी है उन्होंने बताया कि सैनी जी का दो बार प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नति हुई लेकिन घरेलू परिस्थितियों की वजह से इन्होंने पदोन्नति स्वीकार ना करते हुए अलावड़ा में ही सेवा देना उचित समझा। इनके सेवाकाल में अध्ययन किए हुए तीन डाक्टरों सहित अनेक बच्चे इंजीनियर, प्रधानाचार्य सहित आज ऊंचे ऊंचे पदों पर बैठकर सरकारी और निजी संस्थाओं में अपनी सेवा दे रहे हैं। इन्होंने कभी भी अपने कर्तव्य से मुंह नहीं मोड़ा और हमेशा बिना छुट्टी लिए आवंटित प्रत्येक पीरियड में इमानदारी से बच्चों को अध्ययन कराने के साथ-साथ शाला विकास में भी योगदान देते रहे हैं शाला में जितने भी वृक्ष लगे हुए हैं वह सब इन्हीं के परिश्रम की बदौलत हरे भरे दिख रहे हैं। इनका समाज और क्षेत्र में बड़े सम्मान के साथ नाम लिया जाता है और उन्होंने समाज के विकास में भी कोई कसर नहीं छोड़ी।
इस अवसर पर बोलते हुए शिवलाल सैनी ने कहा कि मैंने बच्चों के लिए कुछ नहीं किया जो कुछ किया पर मेरा कर्तव्य था और मैंने मेरे कर्तव्य का निर्वहन किया है । और विद्यालय के लिए 21000 रु की लागत का एक इनवेटर भेट किया।
शाला में 1000 बच्चों की संख्या होने के कारण विदाई समारोह से पूर्व बच्चों की छुट्टी कर दी गई लेकिन जिन बच्चों का सैनी से लगाव रहा वह छुट्टी होने के बावजूद घर नहीं गए और विदाई समारोह के दौरान रोते नजर आते रहे। बच्चों के साथ साथ प्रधानाचार्य सतपाल सिंह और स्वयं शिवलाल सैनी भी भावुक होकर बैठे रहे। इस दौरान शिवलाल सैनी के सम्मान में प्रधानाचार्य रामजीलाल सैनी, संस्कार वैली स्कूल के डायरेक्टर मुरारी दाहिया सहित अनेक वक्ताओं ने अपनी अपनी बात रखी ।
इस दौरान तिजारा पंचायत समिति प्रधान जयराम यादव,औमजी पहलवान,सहायक अभियंता रमेश सैनी, झब्बूराम सोनी चेयरमैन तिजारा, हरभजन सिंह प्रधान 40 गांव सैनी समाज, महेंद्र सैनी,लक्ष्मण सिंह, धनराज तंवर,सरपंच जुम्मा खान,मुरारी दाहिया, भूत पूर्व सरपंच धनीराम सैनी सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।