कामां को जिला बनाने की मांग को लेकर व्यापार महासंघ ने बाजार बंद कर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
संघर्ष समिति का एक प्रतिनिधिमंडल करेंगे जयपुर के लिए पैदल कूच। सैकड़ों की संख्या से अधिक लोग करेंगे जयपुर के लिए पैदल मार्च। 22 यूनियनों का मिला भरपूर समर्थन,सभी प्रतिष्ठान रहे बंद।
कामां (भरतपुर, राजस्थान) कामां को जिला बनाने की मांग तेजी पकड़ती जा रही है। जिला बनाने की मांग को लेकर आज व्यापार महासंघ के अध्यक्ष कमल अरोड़ा के एक आह्वान करने पर कामां का सम्पूर्ण बाजार बंद कर लाल दरवाजे से एसडीएम कार्यालय तक नारेबाजी करते हुए जूलुस निकाल कर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम दिनेश शर्मा को ज्ञापन सौंपा । ज्ञापन में बताया कि कामां जिला बनाने के लिए दृष्टिकोण से तैयार हैं। कामां एक धार्मिक नगरी जंहा हर रोज हजारों पर्यटक दर्शन करने के लिए आते हैं, इसी के साथ-साथ हरियाणा व उत्तरप्रदेश सीमा से लगा हुआ विधानसभा क्षेत्र है। यह क्षेत्र शैक्षणिक आर्थिक, कृषि व राजनैतिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। यह क्षेत्र राजनैतिक रूप से उपेक्षित क्षेत्र रहा है इसलिये यहां विकास नहीं हो पाया है। इन सभी बिन्दुओं को मद्देनजर रखते हुये कामां को जिला बनाया जाना अत्यन्त आवश्यक है।
व्यापार महासंघ भरतपुर के जिला उपाध्यक्ष कैलाश लोहिया ने बताया कि व्यापार महासंघ कामां संघर्ष समिति के समर्थन में आज सम्पूर्ण बाजार, अनाज मंडी , सब्जी मंडी एवं अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद कर कामां को जिला बनाये जाने की मांग कर रहा है।जानकारी के अनुसार हम आपको बता दें कि लाल दरवाजा कामां पर लगभग दो माह से धरना जारी है। संघर्ष समिति को विभिन्न संगठनों किसानों, मजदूरों व आमजन का दिन प्रतिदिन समर्थन मिल रहा है। धरना स्थल पर बैठे भगवत प्रसाद शर्मा ने बताया कि आने वाली 26 जनवरी को राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर विधानसभा के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग जयपुर के लिए पैदल मार्च पर निकलेंगे और जब तक सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करगी तब तक जयपुर में धरने पर बैठे रहेंगे।। साथ ही हम आपको बता दें कि पूर्व में भी कामां को जिला बनाने की मांग को लेकर साधु संत व ग्रामीण ने मंदिर की गुम्बद पर चढ़कर आत्मदाह का प्रयास किया था, प्रशासन की सूझबूझ के कारण साधु संत को बड़ी मशक्कत कर नीचे उतार लिया गया।।