गोविन्दगढ़ पुलिस ने साइबर ठगी के पैसे निकालने वाली गैंग के ठगों को दबोचा: 2-3 साल में निकाल चुके 11 करोड़ की राशि
गोविंदगढ़ थाने में ASI मनोज कुमार को मुखबिर से सूचना मिली कि एक गाड़ी में 3 व्यक्ति विभिन्न ATM से रुपए निकलते हुए घूम रहे है। जो कि अब गोविन्दगढ़ से रुपए निकालने की फिराक में है सूचना पर पहुंचे तो पुलिस की गाड़ी को देख कर जाने लगे इन्हें पीएनबी एटीएम से इन्हें गिरफ्तार किया। जिनसे 1,25,000रुपए मोबाइल 8 एटीएम बरामद किए
गोविंदगढ़ (अलवर, राजस्थान) सोशल मीडिया में आप किसी से दोस्ती करते हैं तो आपको सावधान रहने की जरुरत है क्योंकि सोशल मीडिया पर लोगों को हुस्न के जाल में फंसाकर पैसा ठगने का धंधा जोरों-शोरों से चल रहा है अगर आप इंटरनेट सर्फिंग सावधानी से नहीं करते हैं तो नए दौर के अपराध का शिकार बन सकते हैं इसे कहते हैं सेक्सटॉर्शन का शिकार
यह साइबर ठगों का बुना ऐसा जाल है, जिसमें फंसकर लोग खुद ही उन्हें अपनी गाढ़ी कमाई दे देते हैं देशभर में इसके मामले बढ़े हैं इसमें कई हाईप्रोफाइल लोगों को भी शिकार बनाया गया है, इस तरह के फ्रॉड में महिला और पुरुष दोनों शामिल हो सकते हैं कभी-कभी एक आरोपी एक व्यक्ति न होकर पूरी गैंग हो सकती है गैंग में हैकर्स भी होते हैं जो हैकिंग के जरिए ब्लैकमेलिंग करते हैं
गोविंदगढ़ पुलिस के द्वारा मुखबिर की सूचना पर साइबर ठगी के पैसे निकालने वाली गैंग के 3 ठगी को एटीएम बूथ के पास से दबोचा। थाना अधिकारी ताराचंद शर्मा ने बताया कि मुखबिर के जरिए सूचना मिली की एक क्रेटा गाड़ी में तीन व्यक्ति विभिन्न एटीएम से रुपए निकालते हुए घूम रहे हैं और अब वह लोग गोविंदगढ़ से रुपए निकालने की फिराक में है जिस पर एएसआई मनोज कुमार मय जाब्ते के पीएनबी एटीएम के पास पहुंचे जहां क्रेटा गाड़ी सफेद रंग की पीएनबी एटीएम के पास खड़ी हुई थी और उसमें तीन लोग बैठे हुए थे जो पुलिस जाब्ता को देखकर गाड़ी को ले जाने लगे जिस पर पुलिस ने मौके पर ही उन्हें दबोच लिया।
गिरफ्तार आरोपियों ने अपना नाम कयूम पुत्र कासम, केफ़ खां पुत्र जाहुल, जहीर खान पुत्र दीनू निवासी सहसन थाना जुरहरा होना बताया । पुलिस ने आरोपी ठगों के पास से 8 एटीएम कार्ड, 4 मोबाइल, एक स्वाइप मशीन, 1,25,000 रुपए नगदी एवं एक क्रेटा कार बरामद की है। गिरफ्तार व्यक्तियों ने बताया कि विगत दो-तीन साल में वह करीबन 11 करोड़ की राशी निकाल चुके हैं।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में उन्होंने बताया कि हमारा साथी राहुल निवासी धानका व याहया खान निवासी धान का विभिन्न तरीकों से ऑनलाइन ठगी कर विभिन्न बैंकों के खातों में ऐसे लोगों से धोखाधड़ी कर पैसे डलवा आते हैं जो पैसे को हम तीनों मिलकर विभिन्न एटीएम कार्डों से निकालकर अपना कमीशन काट कर फिर पैसे को राहुल निवासी धानका व याहया खान निवासी धानका को दे देते हैं जो एटीएम कार्ड हमारे पास है उन कार्ड धारकों को भी हम 500 --500 प्रतिदिन के हिसाब से देते हैं जिनमें से कुछ कार्ड हमने हमारे परिवार के सदस्यों के भी बनवा रखे हैं आरोपियों से अभी पूछताछ जारी है और कब्जे से बरामद एटीएम कार्ड व राशि के संबंध में संबंधित बैंकों से जानकारी प्राप्त की जा रही है