आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में दो दिवसीय नवीन वेदी प्रतिष्ठा व नवीन जिनबिम्ब स्थापना कार्यक्रम हुआ संपन्न
कठूमर (अलवर, राजस्थान/ अशोक भारद्वाज)कस्बा स्थित श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में दो दिवसीय नवीन वेदी प्रतिष्ठा व नवीन जिनबिम्ब स्थापना कार्यक्रम रविवार को संपन्न हो गया। कार्यक्रम के दूसरे दिन सुख व शांति की कामना हेतु हवन का आयोजन किया गया ।इसके बाद नवीन वेदियो में मंत्रोच्चारण के साथ एवं विधि पूर्वक जिन बिम्बो को वेदियो में विराजित किया गया । इससे पूर्व सुबह पारसनाथ जैन मंदिर में मुख्य बेदी में विराजित प्रतिमाओं को विधि विधान के साथ कमल आसन पर विराजित किया गया। ये कमल आसन अमोलक जैन व अनिल बैनाडा की ओर से दिये गए।
जैन समाज के अध्यक्ष मुकेश सौंख व मंत्री नरेश बैनाडा ने बताया कि आचार्य वसुनंदी की प्रेरणा से उनके सुशिष्य क्षुल्लक विशंक सागर व भरत सागर महाराज के सानिध्य में आयोजित इस कार्यक्रम में नवीन वेदियो में मूलनायक प्रतिमा के रूप में भगवान के जय जयकारों के साथ भगवान चंद्रप्रभु व भगवान मुनी सुवतनाथ सहित अन्य चार प्रतिमाओं को विराजित किया गया। इनके अलावा मुख्य वेदी से चार अन्य भगवानों को भी नवीन वेदियो पर स्थित प्रतिष्ठित किया गया । इन प्रतिमाओं को स्थापित करने का सौभाग्य नितिन कुमार जैन श्योपुर कला मध्य प्रदेश, भागचंद जैन टिटपुरी, सुरेश सौंख , किशन जी मनोज जैन जयपुर को मिला । जबकि नवीन जिनबिम्ब विजयपाल जैन,कैलाश जैन,मुकेश सौंख, महावीर प्रसाद खेरली, बसंतराम जैन, स्वरूप चंद जैन की और से स्थापित किये गये।इससे पूर्व प्रतिष्ठाचार्य सोनेन शास्त्री व दीपक शास्त्री टिटपुरी के सानिध्य में सभी धार्मिक कार्य संपन्न किए गए। इस मौके पर कुलदीप बड़जात्या अलवर, दिलीप जैन जनूथर सहित जनूथर, खेरली, जयपुर, अलवर, भरतपुर सहित अन्य कई स्थानों के श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर बाहर से आए सभी अतिथियों का सम्मान एवं बहुमान स्थानीय समाज द्वारा किया गया। इस दौरान वैश्य समाज के युवा अध्यक्ष लोकेश जैन ने जानकारी दी कि क्षुल्लक विशंक सागर महाराज व भरत सागर महाराज सोमवार सुबह 5:00 बजे भरतपुर जिले के जनूथर के लिए विहार करेंगे।