जल संसाधन विभाग ने नहीं कराई नहरों की मरम्मत: कहीं दिवारे टूटी तो कहीं मिट्टी व कूड़ा भरा, किसान कैसे करें सिचाई
भीलवाड़ा जिले के गुरला कस्बे से होकर निकल रहे भीलवाड़ा राजसमंद राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 758 पर बसे गुरलाँ के रणजीत सागर तालाब से निकलने वाली नहरों की जल संसाधन विभाग की लापरवाही के चलते समय रहते साफ सफाई नहीं कराने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। पिछले कुछ वर्षों से टूटी हुई नहरों की मरम्मत व नवीन नहरों के निर्माण नहीं होने के साथ ही नहरों की सफाई नहीं होने के कारण क्षेत्र की नहरें कंटीली झाड़ियों और कूड़े करकट से भरी पड़ी हैं। इतना ही नहीं ये नहरें क्षतिग्रस्त होकर जगह जगह से टूटी हुई होने के कारण सिंचाई का पानी व्यर्थ बह जाने से किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता हैं। ऐसे में किसानों द्वारा बोई पुरी फसलें नहीं हो पाती हैं जिससे किसानों को महंगे खाद बीज का उपयोग करने के बावजूद भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता हैं।
गुरलां के किसानों ने बताया कि दीपावली से पहले नहरों की सफाई व मरम्मत हो जाती है। जिससे दीपावली के बाद रबी की फसल के लिए किसानों को नहर के जरिए पानी दिया जाता हैं।
ग्रामीण किसानों ने बताया कि वर्तमान में बारिश का दौर खत्म होने के बाद भी जल संसाधन विभाग द्वारा अभी तक नहरों की सफाई नहीं कराई गई हैं। किसानों ने कहा कि बुवाई समय हो गया जिससे कुछ दिनो बाद किसानों को रेलनीयों के लिए पानी की जरूरत पड़ेगी। अगर जल संसाधन विभाग नहर की सफाई कराए व मरम्मत नवीनीकरण किए बिना पानी छोड़ेगा तो पहले से टूटी पड़ी नहरें और अधिक टूट जाएगी। नहर के टूटने के साथ ही पानी का प्रेशर किसानों को नहीं मिलने से फसलों के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलेगा। क्षेत्र के किसानों ने जिला प्रशासन व जल संसाधन विभाग से पानी की सप्लाई करने से पहले नहरों की सफाई व मरम्मत कराने की मांग की हैं। किसानों का कहना हैं कि बिना नहर की मरम्मत व सफाई कराए अगर पानी छोड़ा जाता हैं तो किसानों को दोहरी मार पड़ेगी। साथ ही पानी भी बर्बाद होगा पूरा पानी फसल तक नहीं मिलेगा। तालाब कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि नहरों के नवीनीकरण व मरम्मत व साफ सफाई के लिए अधिकारियो व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराने के बावजूद स्थिति जस की तस बनीं हुईं हैं। गुरलां के रणजीत सागर तालाब से निकल रही नहरें जो वर्तमान में टूटी फूटी व कचरे से अटी पड़ी हैं। गांव के किसानों ने कहा कि नहरों की नवीनीकरण व मरम्मत नहीं कराने पर आन्दोलन किया जाएगा।