कौन सुनेगा गायो की आवाज: माचाड़ी की राम हवाले गौशाला में चारे का भारी संकट
माचाड़ी (अलवर,राजस्थान/ महेश मीना) माचाड़ी कस्बे में माचाड़ी से राजगढ़ की ओर जाने वाले मार्ग पर राम हवाले गौशाला में भरतपुर जिले की नगर तहसील के सैमली जालूकी के पास स्थित गोपाल गौशाला के संचालक बिहारी दास जी महाराज और भरतदास जी महाराज की ओर से माचाड़ी राम हवाले गौशाला पर 160 कट्टे बिनोला (कांकड़ा) भेज कर,गायों के प्रति गोभक्ति व गौ सेवा का परिचय दिया। वही राम हवाले गौशाला के संचालक मोनी बाबा ने बताया कि गौशाला में करीब 200 गाय मौजूद है।लेकिन उनके पास चारे का संकट मंडराया हुआ है। अब इन मूक बधिर गायो की आवाज को कौन सुनेगा। क्योंकि इनकी जो गोचर जमीन थी,उन पर तो लोगों ने प्रशासन की कमजोरी के कारण अतिक्रमण किया हुआ है।और प्रशासन गोचर जमीन पर कोई ध्यान नहीं दे रहा।अगर इनकी गोचर जमीन इन गायों को मिल जाए तो राज्य सरकार को अनुदान देने की कोई आवश्यकता नहीं है।जब राज्य सरकार इन गोचर जमीन को गायों के नाम नहीं करवा सकते तो गौशाला को रजिस्टर्ड कर अनुदान देने की कृपा करें।जब प्रशासन गांव की ओर शिविरों में वन विभाग की ओर से मकानों के पट्टे जारी कर सकते हैं।तो गौशाला के पट्टे जारी क्यों नहीं कर सकते। लोगों ने कहा कि जो जंगलों का विनाश करते हैं।उनको तो रहने के लिए पट्टे जारी किए जा रहे हैं।और जो गाये वनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती उनके रहने के लिए गौशाला के लिए पट्टे जारी नहीं किए जा रहे है। इसलिए गो भक्तों ने राज्य सरकार से अनुदान दिलवाए जाने के साथ-साथ गौशाला के लिए वन विभाग की ओर से पट्टे जारी करवाने की कृपा करें।