जिला कलेक्टर के आदेशों के लक्ष्मणगढ़ सब्जी मंडी में उड़ रही है धज्जियां
लक्ष्मणगढ़ (अलवर, राजस्थान/ गिर्राज सौलंकी) लक्ष्मणगढ़ उपखंड मुख्यालय पर जब इस तरह जिला कलेक्टर व राज्य सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ रही हो व व्यापारी आमजन इस तरह रेड अलर्ट में लापरवाही बरतते दिखे तो क्या ऐसे में हम इस महामारी पर विजय कर पाएंगे, कदापि नहीं आमजन को समझना ही होगा । प्रशासन को भी हरकत में आने की जरूरत है। हाल ही में जिला कलेक्टर अलवर नन्नू मल पहाड़िया के द्वारा आदेश जारी किए गए की सब्जी मंडी में फालतू अनावश्यक व्यक्ति ना घुसे, पर यहां फालतू अनावश्यक व्यक्ति मंडी में घूमते फिरते नजर आएंगे अपनी घरेलू सब्जी खरीदने का बहाना बनाते हैं। जबकि घरेलू सब्जी लेने के लिए बाजारों में ही दुकाने स्थापित है। रेहड़ियों पर सब्जी खरीद सकते हैं। पर इन्हें ऐसा रास नहीं आ रहा। ये लोग महामारी को हल्के में ले रहे हैं। दूसरा नियम कलेक्टर महोदय का यह था मंडी समिति या फर्म विक्रेता के द्वारा पास जारी किए जाएंगे। वह पास आज तक जारी नहीं किए गए ।अगर वह पास जारी होते तो आमजन मंडी में प्रवेश नहीं करता बाहर से ग्रामीण क्षेत्रों से सब्जी लेकर आने वाले किसानों के लिए फर्म का बिल ही उनके लिए पास मान होता था। जिसके कारण पुलिस प्रशासन आवागमन में उन्हें बांधा उत्पन्न ना करें । उनका फार्म का बिल ही उनका पास मान्य होता है ।लक्ष्मणगढ़ में तो किसी भी फर्म के मालिक के पास इस तरह का बिल बाउचर उपलब्ध है ही नहीं, और किसी को दे ही नहीं रहे। ऐसे में फर्म मालिक मंडी संचालक जब इस तरह की लापरवाही करें तो क्या जिला कलेक्टर के द्वारा दी गई गाइडलाइन का पालन हो पाएगा। कदापि नहीं यह लोग फर्म के मालिक जब कच्ची पक्षियों पर व्यापार कर रहे हो । इन्हें पक्का बिल ना मिले तो आवागमन के दौरान इन किसानों को पुलिस के डंडा खाने को मजबूर करेगा। इन की लापरवाही के कारण क्रेता और विक्रेता दोनों का शोषण हो रहा है। मंडी टैक्स के नाम पर जो पैसा आ रहा है वह सीधे इनकी जेब में जा रहा है ।अगर यह मंडी टैक्स को जमा करा दे तो आज लक्ष्मणगढ़ में क्रेता विक्रेताओं का शोषण नहीं होता मंडी समिति के द्वारा यहां किसानों को छाया पानी शौचालय यहां तक कि खाने तक की व्यवस्था मंडी समिति के द्वारा होती । पर जब यह लोग चोर बाजारी करने लगे तो कहां यहां विकास संभव हो पाएगा कदापि नहीं । अब देखना यह है की खबर के पश्चात प्रशासन कितना सजग होता है इन पर कितना अंकुश करता है यह अपनी आदतों में सुधार करते हैं या नहीं इन्हें खेल मैदान में मंडी लगाने के लिए जगह तो दी गई है ।पर यह जगह का सही सदुपयोग नहीं कर पा रहे हैं ।इतनी बड़ी जगह के अंदर यह मात्र एक कोने में ही अपनी मंडी लगाते हैं जबकि सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए जगह-जगह दूर-दूर इनको मंडी चलानी चाहिए ताकि भीड़भाड़ ना हो पाए मंडी में फर्म मालिक को कम से कम पीने के पानी के लिए कैंपर मास्क सैनिटाइजर इत्यादि की व्यवस्था रखनी अनिवार्य है क्योंकि किसान सब्जी लेकर आता है जिससे यह अपना मुनाफा कमाते हैं खरीददार इनसे सब्जी खरीदना है जिन से भी अपना मुनाफा कमाते हैं तो इन दोनों की सुविधाओं के लिए इन्हें पीने के पानी की मांस सैनिटाइजर की व्यवस्था रखना अनिवार्य है बिल भी पक्का देना चाहिए ताकि आने जाने में सोहलीयत महसूस हो पुलिस प्रशासन के जुर्माना राशि व डंडो से तो निजात मिले।