पुलिस पर घर में तोडफोड व मारपीट करने का आरोप, महानिरीक्षक ने मांगी रिर्पोट
कामां थाने के गांव टायरा का मामला
पहाड़ी (भरतपुर,राजस्थान/भगवानदास) कामंा,पहाड़ी थानो की पुलिस पर घर मेे तोडफोड कर नाजायज परेशान करने एंव दबाब में झूठे मुकदमे दर्ज करने के आरापो का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। हाल में कामां थाने की पुलिस द्वारा टायरा गांव में दबिंश देकर एक परिवार के घर मे तोडफोड करने का मामला प्रकाश मे आया है। पीडित पक्ष ने परेशान करने का आरोप लगाते हुए भरतपुर के पलिस महानिरीक्षक,जिला कलेक्टर ,जिला पुलिस अधिक्षक को शिकायत कर सुरक्षा एंव न्याय दिलाने की मांग की है।पुलिस महानिरीक्षक कार्यलय के पत्र क्रमाकं-3673 दिनांक-1-3-2021 के द्वारा कामां थाना प्रभारी से टायरा निवासी हुैसेन खॉ, संजीदा, साहिना के परिवाद के अनुसार मोबाइल वीडियो रिर्काडिग की विस्तृत तत्थात्मक रिर्पोट मांगी गई है।
ये है आरोप- शिकायत कर्ता टायरा निवासी साहिना पत्नि हुसैन ने शिकायती पत्र में बताया है कि 24 फरवरी को सुबह दस बजे रसूली के घर पर जमीनी विवाद को निपटाने के लिए मुवीन व आसीन अपनी पंचायत लेकर आऐ।झगडे की सूचना पर पुलिस पहुची । उसे पूर्व झगडा शांत हो गया था।
राजनेतिक दबाब में पुलिस अधिकारी प्रदीप यादव, कमरूदीन, व महेन्द्र गुर्जर व अन्य 20-25 पुलिस कर्मियो ने हमारे घर मे घुसकर परिजनो के साथ मारपीट तोडफोड कर दी। घर मे खडी कटर मशीन, ट्रेक्टर व घरेलू सामान को ले गई।घरो में तोडफोड करने का आरोप लगाया है। जबकि पुलिस घर मे तोडफोड करने से इंनकार कर रही हेै।
सीओं कामां (प्रदीप कुमार यादव) का कहना है कि :- झगडे की इतला पर गए थे। टायरा में प्लॉट को लेकर मारपीट हुई थी। जिसमे 6 व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हो गए थे।जो रैफर कर दिये गये। पूरा सर्किल से जाप्ता गया हुआ था। गांव मेें तनाव की स्थिति भी थी। एक नकली दूध बनाने का मामला भी था। जिसमें मुकदमा दर्ज किया गया। घरो में तोडफोड का कोई मामला नही है।