अलवर पुलिस की खाकी पर फिर लगा दाग, दुष्कर्म के मामले में कांस्टेबल गिरफ्तार
2 महीने मामला पुलिस ने दबाए रखा, अलवर जिले में एक महीने में दुष्कर्म का तीसरा मामला
बड़ौदामेव (अलवर, राजस्थान/ रामबाबू शर्मा) प्रदेश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार करने का नाम नहीं ले रहे हैं जिसमें लगातार हो रही कार्यवाही में आरोपियों की गिरफ्तारी लगातार जारी है ऐसे में अलवर पुलिस के खाके पर एक और दुष्कर्म का दाग लगने का मामला सामने आया है
पीड़िता ने बड़ौदा मेव थाने में एक पुलिस कॉन्स्टेबल के खिलाफ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कराया है। शर्मनाक यह है कि पीड़िता ने जनवरी में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन दो महीने आरोपी की करतूत पर पर्दा डालती रही।मजबूर होकर पीड़िता अलवर पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंची। तब जाकर गुरुवार रात आरोपी कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार किया गया। अलवर जिले में 1 महीने पुलिसकर्मियों पर दुष्कर्म की यह तीसरी घटना है। इनमें दो मामलों में तो परिवादीयों के साथ पेश आए थे।
पुलिस उपाधीक्षक अलवर दक्षिण के अनुसार पीड़िता ने एसपी को दिए परिवाद में बताया कि वह अलवर में एक कोचिंग में पुलिस भर्ती की तैयारी कर रही थी। इसी दौरान पुलिस कॉन्स्टेबल मंगतूराम पीड़िता के संपर्क में आया । आरोपी पुलिसकर्मी मंगतू बड़ौदामेव थाने में तैनात था और मूलतः भरतपुर के नगर क्षेत्र का रहने वाला है।
उसने मदद की बात कह उससे मोबाइल पर बातचीत शुरू की और फिर शादी का झांसा दे उसके साथ शारीरिक संबंध बना लिए। बाद में शादी से इंकार कर दिया। पीड़िता ने आरोपी कांस्टेबल मंगतू के खिलाफ बड़ौदामेव थाने में 21 जनवरी 2021 को दुष्कर्म और अनुसूचित जाति-जनजाति एक्ट में केस दर्ज कराया। लेकिन थाना पुलिस आरोपी को बचाती रही।
2 महीने तक इसमें मामले में कोई कार्यवाही नहीं की। मामला दर्ज होने पर कांस्टेबल मंगतूराम का तबादला भिवाड़ी पुलिस जिले में कर दिया गया। हाल ही में वहां से भी मंगतू रिलीव हो गया था। इसके चलते पीड़िता ने एसपी के समक्ष पेश होकर परिवार दिया। डीएसपी ने बताया कि पुलिस कांस्टेबल मंगतू को शादी का झांसा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दुष्कर्म के आरोप में जांच की जा रही है।
रक्षक की बन रहे भक्षक कहां जाएं फरियादी :- अलवर के दोनों पुलिस जिले में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जब रक्षक ही भक्षक बन गए। मार्च माह में महिलाओं के प्रति अत्याचार किए चौथी घटना है।
2 मार्च :- अलवर शहर के अरावली विहार थाने में तैनात एएसआई रामजीत गुर्जर खिलाफ 2 मार्च को एक महिला ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी । विवाहिता को दहेज की मांग को लेकर पति ने उसे घर से निकाल दिया था। उसने पुलिस को परिवाद दिया था। इसी दौरान रामजीत एएसआई उससे मिला। मुकदमे में मदद की बात कह संबंध बनाए और खुद को अविवाहित बता शादी का झांसा दिया। आरोपी निलंबित चल रहा है।7 मार्च:- खेडली पुलिस थाने के 54 वर्षीय एसआई भरत सिंह ने थाने में आए फरियादी विवाहिता से 4 दिन तक थाना परिसर में ही दुष्कर्म कर डाला था । महिला पति की प्रताड़ना के खिलाफ शिकायत लेकर आई थी। एसआई ने उसे राहत दिलाने के नाम पर अस्मत मांग ली।
मामले का पता पूरे थाना स्टाफ को था लेकिन कार्रवाई तब हुई जब जयपुर रेंज आईजी पुलिस थाने पहुंचे। उन्होंने घटना की पुष्टि होने पर उसी रात आरोपी एसआई को गिरफ्तार कराया। एसआई को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
पुलिस का कारनामा :- प्रेस नोट जारी कर नाम पता उजागर कर दिया।
पीड़िता के लिए पुलिस से मिली तकलीफ यहीं खत्म नहीं हुई । 2 माह तक आरोपी पुलिसकर्मी को बचाने में लगे रहे और अलवर पुलिस के अधिकारियों ने मामला खुलने पर आनन-फानन में आरोपी की गिरफ्तारी का प्रेस नोट जारी कर दिया।
प्रेस नोट में पीड़िता का नाम, पता, कोचिंग, संस्थान सहित तमाम जानकारी मीडिया को जारी कर दी। उड़ान करने वाली बात यह है कि प्रेस नोट में आरोपी पुलिसकर्मी के नाम के अलावा कुछ नहीं बताया गया। प्रेसनोट अलवर दक्षिण के पुलिस उपाधीक्षक के हस्ताक्षर से मीडिया को उपलब्ध कराया गया।