अलवर से वाया करनीकोट, जसाई अजरका रोड़वेज बस चलाने की मांग
सोडावास (मुंडवार,अलवर,राजस्थान/ चरण सिंह) अलवर से सोडावास वाया करनिकोट,जसाई अजरका तक सीधी रोडवेज बस चलाने की मांग काफी सालों से चली आ रही है । मांग के समर्थन में अब कई संगठन भी आगे आने लगे हैं । दरअसल अलवर से सोडावास करनिकोट जसाई अजरका तक सीधी बस सेवा की मांग काफी पुरानी है । आश्चर्य की बात यह है कि आजादी के बाद से अब तक अलवर सोडावास वाया करनीकोट, जसाई अजरका तक सीधी बस चलाने के बारे में न तो रोडवेज प्रशासन ने सोचा और ना ही कभी किसी जनप्रतिनिधि ने । अलवर से अजरका जाने के लिए यात्रियों को बस बदल बदल कर यात्रा करनी पड़ती है। ऐसे में कई बार यात्री जल्दी बाजी में गलत बस में बैठ जाता है इससे उसे परेशानी झेलनी पड़ती है ।
अलवर से अजरका के लिए सीधी बस चलाने से पहले रोडवेज अधिकारी नफा नुकसान का गणित लगा रहे हैं । जबकि उनसे पूछा जाए कि क्या अन्य सभी रूटों पर उन्हें फायदा हो रहा है तो इसका उनके पास कोई जवाब नहीं है । सच्चाई यह है कि अलवर से अजरका तक सीधी बस चलाने से रोडवेज को नुकसान नहीं फायदा होगा दरअसल इस मार्ग पर चीजें पैसे नहीं है । ऐसे में बसे चलने पर यात्री इनमें सफर करेंगे और रोडवेज की कमाई होगी । ज्ञात रहे कि अजरका हरियाणा सीमा से सटा कस्बा है । जो राजस्थान हरियाणा का सिंह द्वार भी कहलाता है । जहां से हरियाणा व राजस्थान के सभी यात्री यात्रा करेंगे ।
रामपाल जांगिड़ (भामाशाह ,सोडावास) का कहना है कि :- अजरका कस्बे कि जिले में अलग पहचान है । हैरानी वाली बात यह है कि अलवर से अजरका के लिए अभी तक रोडवेज बस का संचालन शुरू नहीं किया गया है । अगर इस रूट पर सीधी बसें चले तो यात्रियों के साथ रोडवेज को भी निश्चित तौर पर फायदा होगा ।
रिंकू गुप्ता (सामाजिक कार्यकर्ता, बीजवाड़ चौहान) का कहना है कि :- अजरका हरियाणा राजस्थान का पहला कस्बा है। यहां से काम करने के लिए मजदूर वर्ग ,विद्यार्थी,व्यापारी, अधिकांश लोग अलवर जाते हैं । अजरका ,अलवर के बीच करीबन 5 दर्जन गांव आते हैं । अगर इस रूट पर रोडवेज बस का संचालन हो तो जनता को भी फायदा होगा।