अलवर से मथुरा इंटरसिटी ट्रेन का संचालन घाटे के चलते बन्द
कोरोना काल से पूर्व की भांति किराया कर यात्रियों की सुविधा अनुसार ट्रेन चलाने की मांग को लेकर रेलवे मंडल प्रबंधक आगरा के नाम रामगढ़ स्टेशन मास्टर को सौपा ज्ञापन,,, लोगों का कहना है कि किराया वसूला जा रहा था 10 गुना उससे सस्ता पड़ता है बस से जाना रामगढ़ से अलवर.
रामगढ़ (अलवर, राजस्थान/ योगेश चंद) अलवर से मथुरा इंटरसिटी ट्रेन को आगरा मंडल द्वारा एक माह पूर्व भी चलाया गया था जिसे मासिक आय कम होने के कारण 1 माह में ही बंद कर दिया गया जबकि लोगों का कहना है कि कोरोना काउंट से पहले रामगढ़ से अलवर ₹8 में ट्रेन से जाया जाता था और बस से ₹25 लगते थे आज रामगढ़ से अलवर ट्रेन का किराया ₹70 है और बस का किराया मात्र ₹30 है तो ऐसे में बस स्टैंड से या कस्बे से 1 किलोमीटर दूर पैदल जाना रिक्शे से जाना वह टाइम वेस्ट और आर्थिक नुकसान अलग और ₹70 किराया और यहां कस्बे के बीचो बीच बस स्टैंड से मात्र ₹30 में अलवर शहर के अंदर तक पहुंचा जा सकता है तो ऐसे में ट्रेन की सवारी कौन करेगा यदि रेलवे 10 को पुणे चलाकर और करो ना काल से पूर्व की भांति किराया वापस करें तो यात्रियों को भी लाभ होगा और रेलवे की आय भी बढ़ेगी.
इस बारे में रामगढ़ कृष्ण सैनी समाजसेवी के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीणों ने रेलवे मंडल प्रबंधक के नाम स्टेशन अधीक्षक राधेश्याम को ज्ञापन सौंप इस ट्रेन को पुणे सुचारू कराने और किराया को भी पूर्ण काल से पूर्व की बातें करने की मांग का ज्ञापन सौंपा है और बताया है कि यदि यात्रियों की सुविधा और समय अनुसार ट्रेन को चलाया जाए तो ट्रेन घाटे में रहे ही नहीं सकती .
ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे को या तो किराया कम कर ट्रेन को पुनः वापस चलाया जाए अन्यथा मजबूरन हमें आंदोलन करना पड़ेगा.
इस बारे में स्टेशन अधीक्षक राधेश्याम मीणा ने बताया कि ग्रामीणों ने एक ज्ञापन मंडल प्रबंधक के नाम सौंपा है जिसे हम मंडल प्रबंधक को प्रेषित कर देंगे उनकी मांग है कि किराया कम किया जाए और ट्रेन को यात्रियों की सुविधा अनुसार समय पर पुनः चालू करवाया जाए कोरोना काल से पूर्व रामगढ स्टेशन से ₹300000 से ज्यादा का मासिक आय से होती थी अब 10 गुना किराया होने के कारण आय में घाटा तो आना ही है जब यात्रियों को कम किराए में बस सुविधा मिल रही है ट्रेन पर क्यों आएंगे हमको आगे प्रेषित कर देंगे.