पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया अमृता देवी का बलिदान दिवस
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने पौधो को बांधा रक्षा सूत्र
शाहपुरा (भीलवाड़ा,राजस्थान/ बृजेश शर्मा) भारतीय मजदूर संघ शाखा शाहपुरा की ओर से अमृता देवी बलिदान दिवस को आज पर्यावरण दिवस के रूप में धरती देवरा में मनाया गया। सभी पौधों को रक्षा सूत्र बांधकर अमृता देवी बलिदान दिवस मनाया।
अध्यक्षता भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष तारा चास्टा ने की। मुख्य अतिथि पूर्व चेयरमैन नगर पालिका शाहपुरा के कन्हैया लाल धाकड़ रहे। विशिष्ट अतिथि भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश मंत्री इंदिरा गुजर रही।
मुख्य अतिथि कन्हैया लाल धाकड़ ने भारतीय मजदूर संघ की चर्चा की एवं सभी से अपील की वर्ष भर में एक पौधा अवश्य लगाएं उसे जीवित रखने एवं अपने बच्चों की तरह उसकी देखभाल करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए तारा चास्टा ने बताया कि 12 सितंबर 1730 को अमृता देवी विश्नोई सहित 363 और तूने पैरों से चिपक कर सिर कटवा कर अपना बलिदान दे दिया। जोधपुर के खेजड़ी गांव की यह घटना है प्राणों की आहुति दे दी पेड़ों को कटने नहीं दिया सिर कटा दिया पर वृक्ष को नहीं करने दिया है। ऐसी विदुषी महिला अमृता देवी विश्नोई की याद में भारतीय मजदूर संघ अमृता देवी बलिदान दिवस एवं पर्यावरण दिवस के रूप में 28 अगस्त को हर वर्ष मनाता है। इस मौके पर सभी को पर्यावरण संरक्षण हेतु संकल्प दिलाया गया। बलिदान दिवस के रूप में इस मौके पर कोरोना काल में सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा किए गए कार्य के लिए सभी का स्वागत एवं अभिनंदन किया गया भजन कीर्तन भी किया गया।
इस मौके पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आराधना कवर हीरा सोनी, हंसा कंवर, विजय कुमार मीना खटीक प्रियंका धाकड़ उर्मिला सेन सुनीता भारद्वाज संजू कुमावत पुष्पा सेन षांता दरोगा जसोदा सेन मोबिन भानु मनोरमा धाकड़ नीलंबर हेमा रानी गीता देवी रेगर आशा गीता रेगर शांताराम उपस्थित थे।