खनिज विभाग द्वारा आदिबद्री पर्वत पर 38 पट्टो को स्वीकृति के खिलाफ आम ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
धरने के बीते 44 वे दिन जिला प्रशासन व खान विभाग के खिलाफ आक्रोश, कहा प्रशासन खनन माफियाओं के हाथ की कठपुतली
डीग (भरतपुर, राजस्थान/ पदम जैन) ब्रज के दिव्य पर्वतों पर हो रहे विनाशकारी खनन के विरुद्ध चल रहे धरने के 43 दिन व्यतीत हो गए। अभी तक सरकार द्वारा सिर्फ आश्वासन के अलावा कोइ ठोस कार्यवाही नही हो पाई है । धरना स्थल पर धरने के 44 वे दिन शनिवार को सम्पन्न हुई ब्रज पर्वत एवं पर्यावरण संरक्षण समिति की अहम बैठक में संरक्षक राधाकांत शाष्त्री ने खनिज विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि खनिज विभाग ने बेशर्मी व हठधर्मिता की सारी हदें पार करली हैं । ऐसा नहीं कि इस विषय की खबर किसी को नहीं है। रोजाना समाचार पत्र बड़ी बड़ी खबर छाप रहे हैं क्या खनिज विभाग की आंखें नहीं हैं जो उन्हें दिखाई नहीं पड़ रहा। इतने बडे जनविरोध के पश्चात भी खनन विभाग को चाहिए था कि वह अविलंब सरकार को पट्टे रद्द करने की संस्तुति करता। विभाग ने ऐसा न करके उल्टे जनमानस की भावनाओं की अनदेखी करके और 38 पट्टो के लिए खनन विभाग ने अनापत्ति प्रमाण जारी कर दिया है। इससे सभी ग्राम वासी बेहद आक्रोश में हैं।
पूर्व विधायक गोपी गुर्जर ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार और खनन विभाग मिलकर जनता से वार्ता कर समस्त पट्टे निरस्त करें । वह जनता से न टकराएं। यदि वह हमारी आस्था पर आघात करेंगे तो हम पर्वतों की रक्षा करना स्वयं जानते हैं ।हमें कानून हाथ में लेने को विवश न करे। उन्होंने खनिज विभाग को 4 मार्च का समय देते हुए कहा है कि अगर ककराला - रूपवास में गैरकानूनी तरीके से प्रस्तावित खनन पट्टो की स्वीकृति को निरस्त नहीं किया तो 5 मार्च को बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण खनन विभाग में घुस के प्रदर्शन करेंगें । उन्होंने बताया कि स्थानीय ग्रामीणों की बिना स्वीकृति इस तरह के खनन पट्टों को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करना सर्वथा असंवैधानिक है ।
पसोपा स्थित धरना स्थल पर उपस्थित कई गांव के ग्रामवासियों ने कहा कि ऐसे भ्रष्ट खनन अधिकारी को ही सबक सिखाना होगा। ब्रज का सम्पूर्ण जनमानस जब इस विनाश से खफ़ा है ।उन्होंने कहा कि हमारी जिला प्रशासन को चेतावनी है वह जनविरोधी कार्य नही करें। इस अवसर पर सरपंच जलाल खान, सरपंच विजयसिंह, सुल्तान सिंह, कुलदीप बैंसला, सरपंच पालका, सरपंच उदयपुरी, सरपंच अलीपुरी आदि लोगो ने अपने विचार रखे ।