बीमारी के वक्त हमें धरती के भगवान डॉक्टर ही आते हैं याद:- मंगल चंद सैनी
कल चिकित्सक दिवस पर विशेष
झुञ्झूनु (राजस्थान) चिकित्सक का अपने जीवन में कितना योगदान है इस वक्त जितना अनुभव शायद पहले कभी महसूस नहीं हुआ होगा । इस वर्ष डाक्टर्स डे समाज के लिए खास मायने रखता है यह खास दिन उन तमाम डाक्टर्स को समर्पित है जो जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे इंसानों का न सिर्फ इलाज करते हैं बल्कि एक नया जीवनदान भी देते हैं । कोरोना में भारत के सभी नागरिक जब अपने घरों में थे लेकिन फ्रंटलाइन वॉरियर्स डॉक्टर्स , नर्स , सफाई कर्मी उस वक्त अपनी जान जोखिम में डालकर अपना फर्ज निभा रहे थे ।
आगे बढ़ने से पहले बता दें , डॉक्टर्स डे 1 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है। असल में बिहार में जन्मे किन्तु कार्यक्षेत्र पश्चिम बंगाल को बनाने वाले प्रसिद्ध चिकित्सक, स्वतंत्रता सेनानी व राजनीतिज्ञ बिधान चन्द्र राय के जन्मदिन के रूप में उनके द्वारा चिकित्सा , सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में योगदान को याद करने व सम्मान देने के लिए मनाया जाता है । संयोग से 1 जुलाई को ही उनकी पुण्यतिथि भी मनाई जाती है । 1 जुलाई 1882 को उनका जन्म पटना में हुआ कॉलेज में मेडिकल तक की शिक्षा कोलकाता में ग्रहण की व मेडिकल में उच्च अध्ययन इंग्लैंड में किया भारत में डॉक्टर्स डे 1 जुलाई 1991 से लगातार मनाया जाता रहा है । डॉ बिधान चंद्र राय चिकित्सा के साथ राजनीति में भी सक्रिय हुए व महात्मा गांधी की प्रेरणा से राजनीति में आए । कांग्रेस के सक्रिय सदस्य रहते हुए पश्चिमी बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री बने । 1961 में उन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया ।
डॉक्टर्स डे को इस रूप में भी मनाना चाहिए कि डॉक्टर धरती के भगवान हैं । कोई दुर्घटना में घायल होने , हार्ट अटैक होने ब्रेन हेमरेज होने या अन्य जानलेवा गंभीर बीमारी के वक्त हमें धरती के भगवान डॉक्टर ही याद आते हैं जो जीवन बचा सकते हैं । भगवान को तो बाद में याद करते हैं । आज जब विश्वव्यापी कोरोना महामारी अपने विकराल रूप में सामने आ रही है अपने बाल बच्चों , परिवार की परवाह किए बिना लोगों की जान बचाने में डॉक्टर लगे हुए हैं और हजारों की संख्या में संक्रमित होकर अपना जीवन बलिदान भी कर चुके हैं उन महान आत्माओं को शत-शत नमन और दिल से सलाम ।
मेरा सभी से आग्रह है कि डॉक्टर को उनका यथा योग्य सम्मान दिया जावे । कई बार अस्पतालों में हंगामा किया जाता है डॉक्टरों पर हमला किया जाता है और आरोप लगाते हैं कि मरीज को मार दिया । जरा सोचिए चिकित्सक अपना जीवन बचाने के लिए काम करते हैं न कि जान लेने के लिए यदि हम उन्हें कहे कि आप मृत्यु का इंजेक्शन लगा दें तो मैं समझता हूं आपको निराशा ही हाथ लगेगी । एक बार पुनः धरती के भगवान के लिए हैप्पी डॉक्टर्स डे ।
- रिपोर्ट- सुमेर सिंह राव