वर्षों से अतिक्रमण की चपेट में था आजाद चौक, कोरोना काल में हुआ आजाद
लक्ष्मणगढ़ कस्बे का आजाद चौक वर्षों से अतिक्रमण की चपेट में प्रशासन ने दिलाई अतिक्रमण से आजादी, आमजन के रास्ते में रोड़ा ना बने अतिक्रमण कारी:-लखन सिंह
वर्षों से 5 गांव के रास्ते हो रहे थे बाधित, उपखंड क्षेत्र की जनता ने स्थानीय प्रशासन की की सराहना, उपखंड अधिकारी लखन सिंह व थाना अधिकारी अजीत सिंह का मिला भरपूर सहयोग:-
लक्ष्मणगढ़ (अलवर,राजस्थान/ गिर्राज प्रसाद सोलंकी) कहते हैं आजादी शब्द ऐसा है जिसे पाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है। कितने हैं पापड़ भी बेलने पड़ते हैं। इसी पर आधारित है कस्बे लक्ष्मणगढ़ की ही नहीं बल्कि समस्त उपखंड क्षेत्र की एक प्रमुख समस्या का रूप ले चुकी थी आजाद चौक की आजादी ,इस आजाद चौक को आजादी मिले कैसे जब यहां अतिक्रमणकारियों का अड्डा बन जाए। आजाद चौक के लिए चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा भी श्री सार्वजनिक पुस्तकालय की ओर से बनवाई गई थी । काफी वर्षों तक इस प्रतिमा को कैद में ही रहना पड़ा ,प्रतिमा इन अतिक्रमणकारियों की वजह से ही आजाद चौक पर स्थापित ना हो करके सार्वजनिक पुस्तकालय के कठूमर रोड पर स्थित गार्डन में गत वर्ष स्थापित की गई । कस्बे की मीटिंग जनसभा व रामलीला सहित इत्यादि बड़े आयोजन इसी चौक पर होते थे। प्रातः काल की लगने वाली सब्जी मंडी भी यहीं पर होती थी। पर आज अतिक्रमण की भेंट वर्षों से चढ़ा हुई थी। जिससे कस्बे वासियों कोआज आजादी मिली ।इस आजाद चौक से होकर के कितने ही छोटे गांव के लिए रास्ते बाधित हो रहे थे। इस समस्याओं को कितनी ही बार ग्रामीणों ने अधिकारियों को प्रशासन को अवगत करा दिए, पर निजात नहीं मिल पाई ।अब इन दिनों कोरोना महामारी के चलते जब बाजारों को बंद करवाने की बात आई प्रशासन अपने कार्रवाई व आमजन तक कोरोना बचाव के संदेश देने जब कस्बे में पहुंचा तो कस्बे वासियों ने यह कस्बे की आम और बड़ी समस्या बतलाते हुए, अधिकारियों को निवेदन किया ।अधिकारियों ने इस पर निर्णय लिया कस्बे वासियों ने बताया की साहब इस समस्या के चलते आए दिन ग्रामीण क्षेत्र में आने वाले किसानों वह इन अतिक्रमणकारियों के बीच झगड़े फसाद होते रहते हैं। 108 निकल नहीं पाती है मरीज गाड़ी के अंदर तड़पता रहता है । गाड़ी जाम में फंस जाती है स्कूल में खाना पहुंचाने वाली गाड़ी इधर जाम की शिकार होती है। अतिक्रमण के कारण कई गांव का रास्ता है इन गांव में किसानों की फसल लाने ले जाने में बाधा उत्पन्न होती है । गांव के लिए शादी विवाह पार्टियों में बरात के साधन संसाधन निकले तो उन्हें भी खासी परेशानी होती है । जिनके चलते आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती थी । रोज कहासुनी एक ना एक व्यक्ति से होती रहती थी। जब समस्या से निजात होनी होती है और सही समय आता है। तभी उस समस्या से निजात मिलती है ।आज कस्बे में उपखंड अधिकारी लखन सिंह व थाना अधिकारी अजीत सिंह के क्षेत्र के दो सिंहो के सहयोग से यह निजात मिल पाई है।
जिसके लिए कस्बे वासियों सहित क्षेत्र के सभी लोगों ने प्रशासन को धन्यवाद दिया पर अब देखने का विषय यह है कि कहीं उन्हें यह आजाद चौक पुन: अतिक्रमण की चपेट में न आ जाए। पर अब थोड़ा इस आजाद चौक में बैठे इन दुकानदारों को भी सोचना है, की दुकानदार अपनी दुकान का सामान दुकान से कितना ही आगे निकाल निकाल कर के अतिक्रमण में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं । कम से कम दुकानदार भी अपना अतिक्रमण ना बढ़ावे अतिक्रमण कारी अतिक्रमण करके अपनी वसीयत समझने लगे हैं। जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए आमजन के रास्ते में रोड़ा ना बने अतिक्रमण कारी।