भाई बहन का रिश्ता हुआ अपवित्र, इंस्पेक्टर की समझाइस गई व्यर्थ
भाई बहन का रिश्ता हुआ अपवित्र , नाबालिग को भेजा बाल सुधारगृह, इंस्पेक्टर की समझाइस गई व्यर्थ
अलवर
बकौल महिला थानाप्रभारी चौथमल मॉर्डन युग में बदलाव के साथ ही अनेक मुकदमें ऐसे सामने आने लगे है जिनसे समाज के बने मूलभूत ढांचे में दरार आने की संभावना बनी रहती है।ऐसे मुकदमों से जिस समाज में हम रहते है उस समाज में रिश्तों की पवित्रता पर ही सवाल खड़े होने लगते है।
थाने में दर्ज एक मामला इस प्रकार है कि पंजाब प्रांत निवासी दो सगे भाइयों में से एक भाई नब्बे के दशक में अलवर शहर में आकर बस जाता है।बड़े भाई का लड़का पंजाब से उनके घर आता जाता था। भाई के लड़के ने उनकी नाबालिग बेटी को अपने बुने जाल में फंसा लिया हालांकि यहां नाबालिग भी कसूरवार ही है और एक दिन दोनों मौका पाकर फरार होकर जीरा मंडी,फिरोजपुर,पंजाब में रहने लगते है।दूसरी तरफ नाबालिग के पिता ने अपने स्तर पर बेटी को काफी खोजा लेकिन बेटी नहीं मिली।बदनामी के भय से हताश-निराश पिता महिला थानाप्रभारी चौथमल के पास पहुंचा और भाई-बहन के कलंकित रिश्ते की जानकारी देकर रपट दर्ज कराई।काफी प्रयास के बाद पुलिस टीम दोनों को अलवर लाने में सफल हो गई।थानाप्रभारी ने नाबालिग को यह कहते हुए काफी समझाया कि यह रिश्ता समाज को कतई कबूल नहीं होगा लेकिन ताज्जुब देखिए थानाप्रभारी की समझाईस को नाबालिग ने इग्नोर कर दिया और उसे शर्मिंदगी आने की बजाए उसने सहज ही कहा,उस के साथ गई थी और उसी के साथ रहने की इच्छा है।फिलहाल अदालत ने नाबालिग को बालिका सुधार गृह और उसके प्रेमी भाई को जेल भेज दिया है।
बहरहाल दोनों की नासमझी ने भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को कलंकित कर हिन्दू समाज के व्यवस्थित ढांचे को झकझोर दिया है।
राजीव श्रीवास्तव