चौथ माता का पूजन कर महिलाओं ने की अखंड सौभाग्य व सुख समृद्धि की कामना
सुहागिन महिलाओं ने संकट चतुर्थी व्रत श्रद्धा पूर्वक मनाया।
सकट (अलवर,राजस्थान) सकट कस्बा स्थित चौथ माता के मंदिर में बुधवार को भाद्रपद कृष्ण तृतीया को संकट चतुर्थी व्रत श्रद्धा व आस्था के साथ मनाया गया। इस मौके पर सुहागिन महिलाओं ने चौथ माता के मंदिर पहुंचकर चौथ माता की प्रतिमा के समक्ष पूजा अर्चना की। संकट चतुर्थी व्रत पर चौथ माता मंदिर में महिलाएं समूह बनाकर नए-नए परिधान पहनकर भजन गाती हुई मंदिर पहुंची। चौथ माता के मंदिर में संकट चतुर्थी व्रत पर सुहागिन महिलाओं की अच्छी खासी भीड़ रही है। मंदिर के पुजारी शरद पाराशर ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए मंदिर में महिलाओं को चौथ माता की प्रतिमा के दर्शन कराए गए। साथ ही महिलाओं ने मंदिर में सोशल डिस्टेंस की पालना करते हुए चौथ माता की प्रतिमा की पूजा अर्चना कर माता की कहानी सुनी। संकट चतुर्थी व्रत के मौके पर सकट कस्बे का समूचा वातावरण चौथ माता के जयकारों व माता के भजनों से धर्ममयी हो गया। इस मौके पर मंदिर की ओर से जाने वाले मार्गो पर सजी प्रसाद खानपान सिंगार घरेलू सामानों की दुकानों और श्रद्धा की उमड़ी भीड़ से मेले जैसा माहौल रहा। सुहागिन महिलाओं ने संकट चतुर्थी व्रत रखकर चौथ माता की पूजा अर्चना की वही मंदिर परिसर के आसपास समूह में बैठकर माता की कहानी सुनी। इसके बाद सूर्य देव को जल चढ़ाकर बुजुर्ग महिलाओं के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। व चौथ माता से अखंड सौभाग्य व सुख समृद्धि की कामना की मनौती मांगी और अपने से बड़ी महिलाओं के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। वहीं देर रात चांद दिखने पर चौथ माता को जल चढ़ाकर अपना व्रत पूरा किया। संकट चतुर्थी व्रत पर घर-घर में तरह-तरह के पकवान बनाए गए तथा चौथ माता को भोग लगाकर प्रसाद ग्रहण किया गया। सकट कस्बे में चौथ माता मंदिर में संकट चतुर्थी के मौके पर कई महिला श्रद्धालुओं ने माता रानी को बैंड बाजों के साथ पोशाक व सिंगार सामग्री चढ़ाई। वही कई महिला श्रद्धालुओं ने अपनी मन्नत पूर्ण होने पर व्रत का उद्यापन किया। संकट चतुर्थी व्रत के मौके पर माता के दर्शनों के लिए आस-पास के गांव व ढाणियों के अलावा यहां दिल्ली जयपुर अलवर दौसा राजगढ़ बांदीकुई बसवा टहला सहित अन्य जगह से श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर में दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालु की सेवा के लिए स्वयं सेवकों ने ठंडी जल की प्याऊ लगाई।
- संवादाता राजेंद्र मीणा