कोटकासिम के पवित्र मनन दीप द्वारा गंगा मां की पूजा कर पक्षियों के लिए बांधे पानी के परिंडे
धर्म के बगैर सबका जीवन बेकार है– गुरुदेव भास्कर
कोटकासिम (अलवर, राजस्थान) कोटकासिम के पवित्र मनन दीप के संस्थान के तत्वाधान में गुरुदेव भास्कर भारद्वाज के पावन सानिध्य में सत्संग परिवार के सेवादारों ने रविवार को गंगा दशमी के पावन अवसर पर मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना की। साथ ही गंगा मैया के पूजन के पश्चात गुरुदेव भास्कर ने सत्संग परिवार के मुख्य सेवादारों के साथ जगह-जगह पेड़ों, छत, व दीवारों पर पक्षियों के लिए पीने के लिए पानी के परिंडे लगाए। इसके साथ ही दाने चुग्गे की भी व्यवस्था की। इस पावन अवसर पर गुरुदेव ने कहा कि आज के दिन जो भी गंगा में स्नान करते हैं या फिर जो लोग अपने घर में भी नहाते समय पानी में थोड़ा सा गंगाजल डालकर स्नान करते हैं, उनको मां के आशीर्वाद से विशेष फल प्राप्त होता है। आज ही के दिन गंगा मैया का अवतरण हुआ था, इसलिए आज के दिन गंगा स्नान और दान का बहुत बड़ा महत्व है। जिससे हमें भौतिक और आध्यात्मिक दोनों ही सुखों की अद्भुत प्राप्ति होती है।
गुरुदेव ने आगे कहा कि धर्म के बगैर मनुष्य का जीवन पशु तुल्य है, बैकार है और अर्थहीन है। उन्होंने आगे कहा कि हमें मानवता का परिचय देना चाहिए और अमुक प्राणियों की सेवा करनी चाहिए। इसके साथ साथ मानव सेवा भी करनी चाहिए, क्योंकि जब हम पशु पक्षियों की और इंसानों की सेवा करते हैं तो स्वयं परमात्मा प्रसन्न होते हैं और हमारे जीवन में सुख समृद्धि के साथ हमें अपना विशेष आशीर्वाद प्रदान करते हैं। आगे उन्होंने कहा कि हमारे धर्म शास्त्र में बताया गया है कि सेवा के बिना भक्ति नहीं मिल सकती और सेवा से ही हमारा मन पवित्र होता है। सेवा के रास्ते ही हम प्रभु चरणों की ओर बढ़ते हैं और धीरे धीरे हमें सच्ची और वास्तविक खुशी मिलनी शुरू हो जाती है। इसलिए हमें सेवा अवश्य करनी चाहिए। इस दौरान सत्संग परिवार के मुख्य सेवादार मौजूद रहे। कार्यक्रम में कोरोना गाइड लाइन की पालना का विशेष रूप से ध्यान रखा गया।
- रिपोर्ट:- संजय बागड़ी