भगवान चन्द्रप्रभु और पाश्र्वनाथ स्वामी का मनाया जन्मतप कल्याणक पर्व
कामां (भरतपुर, राजस्थान/ मुकेश कुमार) चन्द्रप्रभु भगवान व पाश्र्वनाथ स्वामी के जन्म तप कल्याणक के पावन पर्व पर सकल जैन समाज द्वारा कस्बें के चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर मे भगवान का जन्म तप कल्याणक हर्षोल्लाष के साथ मनाया गया। जिसमे सौधर्म इंद्र इंद्राणी बनने का सौभाग्य ओमप्रकाश सचिन कुमार हर्षल जैन,पूजा जैन को प्राप्त हुआ। और श्री जी की प्रथम आरती करने का सौभाग्य रिखब चंद उमेश कुमार,टीटू श्रेयांश कुमार जैन परिवार को तथा प्रथम पालना झुलाई का सौभाग्य स्वरूप चंद देवेंद्र कुमार गौरव कुमार निक्की,लक्ष्य जैन परिवार को प्राप्त होगा।
कार्यक्रम में श्री जी के विहार में सभी इंद्र इंद्राणी ने रत्नों की वर्षा की। इसके साथ 31 सौभाग्यशाली परिवारों के माध्यम में जगत शांति और कल्याण की भावना के लिए वृहद शांतिधारा और 108 रिद्धि मंत्रो से श्री जी के अभिषेक किए गए। सांय को श्री जी की मंगल आरती के साथ वर्धमान स्त्रोत्र के 64 काव्य पर दीप प्रज्वलित किए गए। आठ कुमारियों द्वारा श्री जी के पालना झुलाई के समय डांडिया नृत्य कर भक्ति की गई। भगवान के जन्म तप कल्याणक मनाने आए अपार पूण्य का बंध होता है। सभी जैन समाज को भगवान के कल्याणक समय समय पर भक्तिभाव से मनाने चाहिए।