भारत रत्न इंदिरा गाँधी और वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई की जयंती मनाई
सूरजगढ़ (झुंझुनूं, राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) आदर्श समाज समिति इंडिया के नवनिर्मित कार्यालय सूरजगढ़ में आयरन लेडी के नाम से प्रसिद्ध देश की सबसे शक्तिशाली प्रथम महिला प्रधानमंत्री भारत रत्न इंदिरा गांधी और झांसी की रानी महान वीरांगना लक्ष्मीबाई की जयंती मनाई। इस समारोह में प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार नारनोलिया, शिक्षाविद् राधेश्याम बाकोलिया और शिक्षाविद् रामेश्वर लाल लोवाड़िया भी मौजूद रहे। प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार ने देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम को याद करते हुए झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर प्रकाश डाला। देश की एकता और अखंडता के लिए बलिदान देने वाली पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने कहा- इंदिरा गाँधी लोकतांत्रिक समाजवाद तथा मानवीय भावना की प्रतिभाशाली शक्ति एवं ओजस्विता का प्रतिनिधित्व करती थीं। उनमें दूरदृष्टि तो थी ही, चिंतन में दृढ़निश्चय, त्वरित निर्णय क्षमता जैसे नैसर्गिक गुण भी थे। उनकी कार्यशैली ने उनके व्यक्तित्व को ऐसा करिश्माई रूप दे दिया कि वे कालांतर में देश-दुनिया की लोकप्रिय जननेता बन गईं। उन्होंने धर्मनिरपेक्षता व समानता के आधार पर भारत को विश्व में शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित किया। वे लोकतांत्रिक समाजवाद की प्रणेता थीं। बैंकों और तेल कंपनियों का राष्ट्रीयकरण और राजाओं के प्रिवीपर्स की समाप्ति से प्रगतिशील कदम थे, जिनमें समानता का सपना छिपा था। इंदिरा गाँधी ने एक बार कहा था, जब तक देश में गरीबी और असमानता है, तब तक उन्हें दूर करने के लिए कार्य करना मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती है।
इंदिरा गांधी ने 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े कर पूरी दुनिया में भारत को शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित किया।भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एक अजीम शख्यियत थीं। उनके भीतर गजब की राजनीतिक दूरदर्शिता थी। उन्होंने अपना सारा जीवन राष्ट्र के नाम समर्पित किया। इस मौके पर राजेंद्र कुमार, चाँदकौर, किरण देवी, मनी देवी, ममता देवी, सुनील गांधी, धर्मपाल गांधी, मनोज कुमार जिलोवा, अजय कुमार, अमित सांगवान, संजय गांधी, पूजा देवी, रवि कुमार, सुनीता बाई, सोनू कुमारी, दिनेश कुमार, पिंकी नारनोलिया, अंजू गांधी, अमित कुमार, संगीता, कोमल, रेखा, अनीता, सपना, रोनक, संजीता माहिर, लक्ष्य,लक्षिता आदि अन्य लोग मौजूद रहे।