कोरोना महामारी के बीच पिछले 90 दिन से लेब में कोरोना वारियर्स तेजसिंह ने अब तक लिए 1200 से अधिक सैम्पल
तीन माह से कोरोना वारियर्स के रूप में कार्य कर रहे है लेब प्रभारी राठौड़ संयुक्त परिवार मेरी ड्यूटी से बन गया एकल परिवार,लेकिन ड्यूटी ही मेरा पहला फर्ज:-तेजसिंह राठौड़
पाली
कन्टालिया :- कोरोना महामारी के तहत हमने कई कोरोना वॉरियर्स को देखा है इसी श्रंखला में मारवाड़ जंक्शन ब्लाक के कोरोना लैब में कार्यरत लैब प्रभारी तेज सिंह राठौड़ भी एक कोरोना योद्धा के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं ।पिछले लगभग 3 महीने से लगातार बिना किसी अवकाश के घंटों पीपी किट को पहने हुए ही यहां आने वाले संक्रमित मरीजों के सैंपल लेने का जिम्मा उठाने वाले तेज सिंह राठौड़ ने बताया कि कोरोना जैसी महामारी में प्रत्येक व्यक्ति को आगे आकर कार्य करना होता है इसी के तहत विभाग द्वारा मिले निर्देशों की पालना करते हुए वह स्वयं भी अपने साथी कंप्यूटर ऑपरेटर खुशवन्त सिंह और हेल्पर श्रवण कुमार के साथ मिलकर ब्लॉक के विभिन्न गांवों से आने वाले लोगों के कोरोना सैम्पल लेकर उन्हें जांच के लिए जिला स्तर पर भेज रहे हैं । तेज सिंह बताते हैं कि पिछले 3 महीनों में अब तक लगभग 12 सौ से अधिक कोरोना के सैम्पल ले चुके हैं वही कई बार तो उन्हें भी ऐसा महसूस होने लगता है कि वह खुद भी संक्रमित हो सकते हैं हालांकि स्वयं के टेस्ट में तेज सिंह नेगेटिव पाए गए लेकिन ब्लॉक की सबसे बड़ी लैब के प्रभारी होने की जिम्मेदारी के साथ कोरोना जैसी महामारी में इस संक्रमित बीमारी के सैंपल लेने की जिम्मेदारी को तेज सिंह मेड़तिया ने बखूबी से निभाया है ।
कोरोना लेब में सेम्पलिंग के लिए लगी ड्यूटी तो सयुंक्त परिवार बन गया एकल परिवार:- कोरोना की इस महामारी में जहां कई एकल परिवार संयुक्त परिवार में बदल गए वहीं इस महामारी में तेज सिंह राठौड़ के घर में रहने वाले संयुक्त परिवार अब एकल परिवार बन चुका है । तेज सिंह राठौड़ ने बताया कि जब से उनकी ड्यूटी कोरोना सेम्पलिंग के लिए लगाई गई है तब से ही उनके माता-पिता व उनके भाई भी अपने गांव चले गए हैं राठौड़ बताते हैं कि दिनभर लैब में सेंपलिंग कार्य करने के बाद जब घर आते हैं तो सर्वप्रथम स्वयं को सेनिटाइजर करने के बाद कपड़ों को बाहर ही बाथरूम में रखते हैं स्नान करने के बाद घर में प्रवेश करते हैं उन्होंने बताया कि उनकी ड्यूटी लगते ही उनके मां-बाप अपने गांव चले गए तो उनकी बेटी जो यहां मिलने के लिए आए हुए थे वह भी अपने ससुराल चले गए ।
घण्टो पीपीई किट में रहकर किया कार्य जीवन भर रहेगा याद:- कोरोना लैब प्रभारी तेजसिंह राठौड़ बताते हैं कि इस कोरोना माहमारी के तहत घंटों लगातार पीपीई किट में रहकर वह सेम्पलिंग लेने का कार्य करते हैं जिससे वह कई बार पसीने में नहाने जैसी स्थिति हो जाती है । उन्होंने कहा कि जीवन में इस प्रकार का समय प्रथम बार देखा जो हमेशा याद रहेगा राठौड़ ने बताया कि पीपीई किट में रहकर सैंपलिंग का कार्य करने के साथ स्वयं को भी सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी रहती है जिसमें पिछले 3 महीनों से बड़ी सावधानी के साथ में यह कार्य कर रहे हैं इस कार्य में उनके घर वालों की ओर से जहां हौसला अफजाई मिलती है तो स्टाफ के लोगों द्वारा उन्हें एक नई शक्ति भी मिलती है । राठौर ने कहा कि मुझे किसी पुरस्कार की जरूरत नहीं है मानव मात्र की सेवा ही मेरा धर्म है ।
नरेश कुमार परिहार की रिपोर्ट