खैरथल कृषि उपज मंडी प्रशासन की अनदेखी से बारिश मे भीगी किसानों की कपास
खैरथल /अलवर / हीरालाल भूरानी
खैरथल कस्बे के कृषि उपज मंडी में शनिवार को बारिश के कारण किसानों की सैकड़ों की संख्या में खुले में रखी कपास की पोट भीग गई। मंडी में किसानों के लिए लिए बनाए गए टीनशैड पर व्यापारियों का माल रखा होने के कारण मंडी में अपनी फसल लेकर आने वाले किसानों को खुले में अपनी फसलों को रखना पड़ता है,जो कि बारिश आने पर अक्सर भीग जाती है। मंडी में आए किसानों ने व्यापारियों पर मनमर्जी से बोली मैं देरी करने का आरोप लगाते हुए उनकी फसल को कम दामों में लेने की बात कही है। किसानों ने बताया कि खैरथल की अनाज मंडी में वो अपनी फसल लेकर आते हैं तो देर शाम तक उनको बोली के इंतजार में बैठे रहना पड़ता है। शाम को अंधेरा होने व घर जल्दी पहुंचने की चाह में किसानों को कम भावों को स्वीकार कर फसल को व्यापारियों के हिसाब से बेचना पड़ता है। मंडी में आए हरियाणा व तिजारा क्षेत्र के कुछ किसानों ने बताया कि वो तीन दिन से खैरथल की मंडी में अपनी कपास की फसल लेकर आए हैं लेकिन अभी तक बोली नहीं लग पाई है। जिसके चलते शनिवार को आई बारिश में कपास भीग भी गई। इधर किसानों के हितों के लिए समर्पित जनप्रतिनिधि जयप्रकाश हेड़ाऊ व हीरालाल भूरानी ने बताया कि खैरथल की मंडी में दूर-दूर से किसान अपनी फसल लेकर आते हैं, लेकिन यहां के व्यापारियों की मनमानी व कृषि उपज मंडी प्रशासन की लापरवाही के चलते व्यथित हो जाते हैं। किसानों को उनकी फसल को सुरक्षित स्थान पर रखने की व्यवस्था नहीं है,जो स्थान बने हुए हैं उन पर व्यापारियों ने अपनी फसल रख कर कब्जा किया हुआ है। हेड़ाऊ ने बताया कि अलवर की कृषि उपज मण्डी में बोली सुबह 11 बजे प्रारंभ हो जाती है जबकि खैरथल मंडी में बोली लगते - लगते शाम के 4 बज जाते हैं। जिससे किसान अपने आप को खैरथल मंडी में आकर ठगा सा महसूस करता है। मंडी में आने वाले किसानों ने प्रमुख रूप से समय पर बोली लगवाने व उनकी फसल को रखने के लिए टीनशैड की व्यवस्था की मांग मंडी समिति सचिव सुरेन्द्र कुमार सैनी से की है। इनका कहना है :- इस संबंध में कृषि उपज मंडी समिति खैरथल के सचिव सुरेन्द्र कुमार सैनी से बात की तो उन्होंने बताया कि किसानों को हो रही समस्या को देखते हुए सोमवार को मंडी परिसर में किसानों के लिए बनाए गए टीनशैड से व्यापारियों का माल हटवा कर किसानों द्वारा लाई जाने वाली फसल रखने के लिए सुविधा की जाएगी। इसके अलावा मंडी में बोली भी समय पर करने के लिए व्यापारियों को निर्देशित किया जाएगा।