धनतेरस त्यौहार के दिन होगी डमरु हिन्दी फिल्म यूट्यूब प्लेटफार्म पर रिलीज
भरतपुर, राजस्थान
कामां -एक बार फिर भरतपुर ने फिल्म जगत में अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराई है। आने वाली हिंदी फीचर फिल्म " Damru- एक छोटे से बदलाव कि कहानी" का पोस्टर रिलीज किया गया जिसके निर्माता और निर्देशक दोनों ही भरतपुर जिले के मूल निवासी है। इसलिए इस फिल्म की अधिकांश हिस्सा भरतपुर शहर और इसके आस पास के गांवों में शूट किया गया है। साथ ही यहां के स्थानीय कलाकारों को भी फिल्म जगत में काम करने का मौका दिया गया है।
"डमरू" एक हास्य फिल्म है जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति और अंधविश्वास जैसे गंभीर मुद्दों को उठाया गया है। जिसने 12 साल का बच्चा मुख्य किरदार के रूप में है।
कोविड -19 महामारी में सुरक्षा नियमों के चलते सभी सिनेमाघर बंद होने के कारण, डमरू फिल्म को धनतेरस त्यौहार के दिन 12/11/2020, को यूट्यूब प्लेटफार्म पर रिलीज किया जाएगा।
इस फ़िल्म के निर्माता योगेश बालोत से ज़ी एक्सप्रेस न्यूज़ संवाददाता हरिओम मीणा की बातचीत हुई योगेश बालोत ने बताया की कुछ समय पहले भी एक फिल्म जागृति आ चुकी है फिल्म में बालोत का मह्त्वपूर्ण किरदार भी है और इस फिल्म के निदेशक हैं मन्सा जो भरतपुर के मूल निवासी हैं फिल्म की पटकथा भी मन्सा ने ही लिखी है फिल्म की कहानी चिकित्सा सुविधाओं की कमी और लोगों में जागरूकता को लेकर लिखी गई है फिल्म के माध्यम से यह दिखाने की कोशिश की गई है कि किस तरह लोग आज भी चिकित्सा सुविधाओं से वंचित हैं और आज भी अंधविश्वास की वज़ह से झोलाछाप डॉक्टर और बाबा, हकीमों के चक्कर में अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं तो किस तरह एक बारह साल का बच्चा लोगों में डॉक्टर के प्रति विश्वास और गाँव में जागरुकता लाता है। सांप सीधे शब्दों में इस फिल्म का उद्देश्य एक 12 साल के बच्चे के रूप में ग्रामीणों को एस बाबा हकीम झोलाछाप चिकित्सकों से अपने अपने परिवार की जान बचाने के लिए चिकित्सा व्यवस्था व प्रशासन की नींद खोलने के लिए व ग्रामीणों में जागरूकता लाने के लिए को यह संदेश दिया गया है।
- हरीओम मीणा की रिपोर्ट