जिले में बेटियां और महिलाएं कहीं भी नहीं है सुरक्षित, रामगढ़ में फिर हुआ नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज
अलवर जिले में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे हैं चाहे वह मारपीट हो जिसका दहेज मामला हर दूसरे दिन जिले में कहीं ना कहीं ऐसा मामला जिले के देखने को मिल रहा है, जिसे देख कर लग रहा है कि बेटियां और महिलाएं समाज में कहीं भी सुरक्षित नहीं है अगस्त माह में अब तक जिले में दुष्कर्म के लगभग 12 मामले दर्ज हो चुके हैं हालांकि अलवर पुलिस जिले में इस माह 7 एवं भिवाड़ी पुलिस जिले में 6 मामले दर्ज हुए हैं ज्यादातर मामलों के आरोपियों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं की जा सकी है
हाल ही में 18 अगस्त को थानागाजी थाना क्षेत्र में चार बच्चों की मां को घर से अगवा कर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया, इससे पूर्व 14 अगस्त को बानसूर क्षेत्र में 14 वर्षीय मंदबुद्धि बालिका के साथ हैवानियत की गई, साथ ही 13 अगस्त को रैली थाना क्षेत्र में गांव के ही 3 लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ था, इतना ही नहीं 7 अगस्त को बड़ौदामेंव पुलिस थाने में नाबालिग से दुष्कर्म का वीडियो बनाकर 7 माह तक दुष्कर्म करने छात्रवृत्ति ऐंठने का मामला सामने आया, ताजा मामला रामगढ़ थाना क्षेत्र से है जहां पीड़िता के पिता ने मामला दर्ज कराते हुए बताया कि वह खेतों में बने मकान में रहते हैं गुरुवार सुबह करीब 4:00 बजे उनके नाबालिग बेटी सोच के लिए घर से बाहर गई जहां घात लगाए बैठे सकील पुत्र जलेब खान निवासी सहमत का बास शहडोली वे उसके साथी ने उनकी बेटी का अपहरण कर लिया, जब बेटी वापस घर पर नहीं लौटी तो हमने परिजनों के साथ उसे तलाशना शुरू किया गांव के आसपास में परिचित लोगों सहित रिश्तेदारों से पता किया कहीं ना मिली, वहीं करीब शाम 6:00 बजे देखे थे रोने पुकारने की आवाज आई जिस पर हम भास्कर वहां पहुंचे तो दो युवक मेरी बेटी को छोड़कर वहां से भाग गए इसके बाद
पीड़िता ने परिजनों को घटना की पूरी जानकारी से अवगत कराया, पीड़िता ने बताया कि शकील को पड़ोस में रहने वाला होने के कारण जानते कि वह दूसरे युवक को शक्ल से पहचान सकती है परिजनों द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार रामगढ़ थाना पुलिस ने उसको एक्ट में गैंगरेप का मामला दर्ज कर जांच डीएसपी ओमप्रकाश मीणा को सौंप दी है