कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी से मिला आंदोलनकारियों का प्रतिनिधि मंडल
राजस्थान की सरकार से शीघ्र ठोस कार्यवाही कराने का प्रियंका गांधी ने दिया आश्वाशन
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) कनकांचल व आदिबद्री पर्वत पर हो रहे विनाशकारी खनन के विरुद्ध जारी धरने के 240 वे दिन आंदोलनकारियों का एक प्रतिनिधि मंडल कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी से मिला व उनको ब्रज के दोनों परम आराध्य पर्वतों को खनन मुक्त कराने के लिए विगत 240 दिनों से जारी आंदोलन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल में संरक्षण समिति के संरक्षक राधा कांत शास्त्री, पूर्व विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश विधानसभा प्रदीप माथुर एवं समिति के राष्ट्रीय सलाहकार राधाप्रिय सम्मिलित थे। प्रदीप माथुर ने प्रियंका गांधी को राज्य सरकार की तरफ से इस विषय में जारी प्रयासों के बारे में अवगत कराया साथ ही बताया कि वह लगातार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उनके सचिवों से संपर्क में हैं । समिति के संरक्षक राधा कांत शास्त्री ने कहा कि विगत 240 दिनों से ब्रजभूमि के साधु संत एवं ब्रजवासी, ब्रज के आराध्य पर्वत कनकांचल व आदिबद्री को खनन मुक्त करने के लिए संघर्षरत हैं एवं इस संदर्भ में कई बड़े प्रदर्शन व धरना आदि भी किए जा चुके हैं । उन्होंने बताया कि प्रियंका गांधी के हस्तक्षेप के बाद ही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनकी विगत 6 अप्रैल को मुलाकात संभव हो पायी थी जिसमें। पूर्व विधायक प्रदीप माथुर व विधायक रफीक खान भी उपस्थित थे। ईद बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह स्पष्ट किया था कि प्रकृति व पर्यावरण की रक्षा उनकी प्राथमिकता है एवं वे शीघ्र ही दोनों पर्वतों को खनन मुक्त कर संरक्षित करेंगे लेकिन इस बात को भी 6 माह से अधिक हो गए है। राधाकांत शास्त्री के अनुसार इस पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने इस विषय को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से शीघ्र ही इस पर चर्चा कर दोनों पर्वतों को सँरक्षित करवाने की बात कही है। साथ ही विश्वास जताया कि राजस्थान की सरकार निश्चित रूप से ब्रज की संस्कृति पर्यावरण और प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सदैव तत्पर है।रविवार को आंदोलनकारियों ने ब्रज के कई गांवों में हरि कीर्तन फेरी निकाल कर ब्रज वासियों को ब्रज के दोनों आराध्य पर्वत कनकांचल आदिबद्री के रक्षण के लिए सदा तत्पर रहने का आह्वान किया । इसी संदर्भ में ब्रजक्षेत्र के विशिष्ट तीर्थ 'बड़ी बठैन' में दाऊजी महाराज के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई जिसमें ब्रज के विरक्त संत परम पूज्य रमेश बाबा महाराज की उपस्थिति में सैकड़ों ग्रामवासियों , साधु संतों ने ब्रज के दोनों पर्वतों के संरक्षण व संवर्धन की शपथ ली। रमेश बाबा महाराज ने दाऊजी के जन्मोत्सव पर संदेश देते हुए कहा कि पूरे विश्व में ब्रज संस्कृति सबसे प्राचीन संस्कृति है एवं उसका संरक्षण व संवर्धन ही ब्रज की सच्ची सेवा है ।जो भारतीयता व भारत के सनातन धर्म की रक्षा के लिए परम आवश्यक है। सभी देशवासियों, साधु-संतों व कृष्ण भक्तों को सदैव ब्रज की संस्कृति ब्रज की पौराणिक संपदा व पर्वतों के संरक्षण और संवर्धन के लिए सदैव संघर्षरत व कार्यरत रहना चाहिए। इस अवसर पर सैकड़ों ब्रजवासियों के अलावा प्रमुख रूप से नरसिंह दास बाबा, रामा पंडित, रोहिताश्व पंडित, साध्वी श्रीजी, साध्वी गौरी, साध्वी मुरलिका, साध्वी अचलप्रेमा, साध्वी गोचारिका, मुकुन्द दास, सज्जन शर्मा आदि उपस्थित रहे। रविवार को डीग उपखंड के गांव पसोपा में नारायण बाबा, राधेश्याम, कृष्ण चैतन्य बाबा, गोपाल बाबा व निवृत्ति दास बाबा क्रमिक अनशन पर बैठे।