गोविंदगढ़ कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर के अपनी सीट से गायब, मरीज परेशान
खोखले रहे नेताओं के वादे और निरीक्षण ऑन ड्यूटी चिकित्सक के अस्पताल नही पहुंचने से मरीज दिखे मायूस
गोविंदगढ़ (अलवर,राजस्थान) जहां एक और तो कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा कर वहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रहे हैं लेकिन गोविंदगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थिति संभालने का नाम नहीं ले रही है हॉस्पिटल में पहुंचे लोगों का कहना था कि वह 1 घंटे से वहां परेशान होते हुए घूम रहे हैं उनके हाथों में स्वास्थ्य केंद्र की कटी हुई पर्चियां हैं लेकिन उनके परिचितों को दिखाने के लिए जिन्हें वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए हैं उन्हें देखने वाला कोई नहीं है डॉक्टर के केबिन खाली हैं और डॉक्टर अस्पताल में कहीं भी नजर नहीं आ रहे थे
जानकारी करने पर पता लगा कि मरीजों को देखने के लिए उस समय डॉ.सुनील कुमार की ड्यूटी थी जो कि बीच में ही वहां से खड़े होके चले गए और मरीज परेशानी में घूमते रह गए नसवारी गांव से पहुंचे जिनका का कहना था कि उनकी पोती को एक कुत्ता खा गया है जिसके लिए वह इंजेक्शन लगवाने के लिए यहां आए हैं लेकिन डॉक्टर के नहीं होने के कारण पर्ची पर कौन लिख कर दें जिससे कि उनकी पोती के इंजेक्शन लग सके और लगभग 1 घंटे से वह परेशान होकर हॉस्पिटल में घूम रहा है लेकिन उसकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं था
मुख्य चिकित्सा अधिकारी एमआर चौधरी के अवकाश पर होने के कारण जब रात्रि की ड्यूटी करने वाले डॉक्टर डीपी शर्मा को इसकी जानकारी दी गई तो वह तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और 2 घंटे से परेशान मरीजों को देखने लगे लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि जिनकी ड्यूटी उस समय लगाई गई थी वह अपने कर्तव्य से विमुख होकर इस समय जब लोग बीमारियों से ग्रसित हैं तो क्यों वह कार्य नहीं कर रहे थे