कामां नगर पालिका की लापरवाही से 12 बीघा फसल हुई पूरी तरह से , खेत मालिक रो रहा है खून के आंसू
कामां भरतपुर
भरतपुर जिले के कामा कस्बे में नगर पालिका की लापरवाही के चलते लोगों को झेलनी पड़ रही हैं खास परेशानियां बरसात होने पर कामा कस्बे की नालियों में आ जाता है उफान, सड़कों पर नजर आता है पानी ही पानी।
और साथ ही कहीं कहीं पर तो कामा नगर पालिका नाली नालों का नहीं करा पाई है पूर्ण रूप से निर्माण जिसके चलते कस्बे वासियों को झेलनी पड़ रही है जनधन की हानि
आखिर कब तक होती रहेगी लोगों को जनधन की हानी।
जी हां हम बात कर रहे हैं कामा कस्बे के डाक बंगला के पीछे जहां पर कामा नगर पालिका ने अभी तक नाले का निर्माण नहीं कराया है जिसके चलते वहां के स्थानीय लोगों को खास परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और लाखों-करोड़ों रुपए की कीमत की फसलें बर्बाद होती नजर आ रही है जबकि इसी नाले में कामा कस्बे का संपूर्ण पानी जाता है लेकिन फिर भी नगर पालिका ने आज तक इस नाले के निर्माण कार्य के बारे में नहीं सोचा जिसका खामियाना आज ओम प्रकाश यादव पुत्र राम सिंह यादव को 12 बीघा फसल बर्बाद कर झेलना पड़ा ।
हम आपको बता देते हैं कि यदि नगरपालिका द्वारा इस नाले का निर्माण समय पर करा दिया होता तो आज यह धरती पुत्र किसान रोजी रोटी के लिए खून के आंसू नहीं वहाता।
इतना ही नहीं आज के समय में बच्चों के पालन पोषण के लिए काम धंधे कोरोना वायरस के कारण समाप्त होते जा रहे हैं लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा ऐसे में इन लोगों के पास एक ही साधन उपलब्ध था सिर्फ खेती ।
लेकिन नगरपालिका की लापरवाही के कारण आदि ने अपनी 12 बीघा खेती से भी हाथ धोना पड़ा।
ओमप्रकाश यादव किसान का कहना है कि प्रशासन जल्द से जल्द नाले का निर्माण कराया कर उन्हें उनकी खेती में हुए नुकसान की भरपाई भरते हुए उचित मुआवजा प्रदान करें जिससे वह परिवार अपने बच्चों का पालन पोषण कर सकें।
संवाददाता हरिओम मीना की रिपोर्ट