जाटौली थून में आमरास्तों में कीचड एवं जलभराव की समस्या के चलते ग्रामींण नारकीय जीवन जीने को मजबूर
डीग / भरतपुर / पदम जैन
ड़ीग -3 जुलाई ग्रामींण क्षेत्रों में सफाई एवं स्वच्छता को लेकर प्रशासन द्वारा कितने ही दावे औऱ जनप्रतिनिधियों द्वारा वादे तो बहुत किये जाते हैं मगर जमींनी स्तर पर हालात बेहद दयनीय हैं। डीग उपखंड के गाँव जाटौली थून के आमरास्तों के हालात लंबे समय से दयनीय वनी हुई हैं जहाँ आमरास्तों पर जलभराव एवं गंदगी का आलम है।जलभराव सहित गंदगी की यह समस्या कई वर्षों से है मगर समस्या समाधान की ओर ग्राम पंचायत द्धारा जरा भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जंहा।पूर्व सरपंच आमरास्तों पर जमा कीचड की समस्या का समाधान करने में विफल साबित रहे है। वहीं वर्तमान सरपंच द्वारा भी समस्या के निराकरण की दिशा में अभी तक कोई गंभीर प्रयास नही किया गया है। हालात यह है कि जगह -जगह रास्तों पर कीचड के जमाबडे एवं जलभराव के चलते ग्रामींण नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।गाँव के वार्ड संख्या 6 में लेखराज के मकान से रामेश्वर के घर तक आमरास्ता कीचड से अवरुद्ध है। तो वहीं गाँव को नगला देशवार से जोडने वाले सडक मार्ग पर लखमी ठेकेदार के मकान के समक्ष गहरे गढ्ढों के चलते हालात बेहद भयावह हैं जहां आमरास्ते पर घुटनों गंदा पानी जमा है। जिससे गुजरना किसी खतरे से खाली नहीं है।इन मार्गो से गुजरने के दौरान स्कूली बच्चों बुजुर्गों सहित महिलाऐं आये दिन चोटिल हो रही हैं। जबकि इसी रास्ते पर जीएसएस कार्यालय सहित राजकीय प्राथमिक विद्यालय है जहाँसे निकलने में निगमकर्मियों एवं स्कूली स्टाफ को बेहद कठिनाई का सामना करना पड रहा है। वही दुपहिया वाहन चालकों को अन्य रास्तों से गुजरने पर मजबूर होना पड रहा है।रास्ते पर जलभराव एवं कीचड से उठ रही दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल हो रहा है। साथ ही जमा कीचड पर मच्छर पनपने से बीमारी फैलने का अंदेशा बना हुआ है।